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Lohardagga: एक ही छत के नीचे चल रहे तीन स्कूल, 70 छात्रों पर महज एक शिक्षक, कैसे मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

राज्य में शिक्षा को लेकर किए जा रहे काम को लेकर चाहे जितना भी दावा कर लिया जाए लेकिन दावे हकीकत से कोसों दूर है। स्कूलों में अत्याधुनिक सुविधाओं की बात तो दूर शिक्षकों तक की पूरी व्यवस्था नहीं है।

By Vikram ChouhanEdited By: Mohit TripathiUpdated: Sun, 05 Feb 2023 08:08 PM (IST)
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छत एक पर स्कूल तीन और विद्यार्थी 1340, कहां से मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

राजेश प्रसाद गुप्ता, लोहरदगा: राज्य में शिक्षा को लेकर किए जा रहे काम को लेकर चाहे जितना भी दावा कर लिया जाए लेकिन दावे हकीकत से कोसों दूर है। स्कूलों में अत्याधुनिक सुविधाओं की बात तो दूर शिक्षकों तक की पूरी व्यवस्था नहीं है।

70 बच्चों पर महज एक शिक्षक

आरटीई कहता है कि चालीस बच्चों पर एक शिक्षक होना चाहिए, यहां तो 70 बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेवारी एक शिक्षक पर है। ऐसे में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कहां से मिलेगी। लोहरदगा जिले के भंडरा क्षेत्र में तो शिक्षक की कमी के कारण एक ही छत के नीचे एक नहीं, बल्कि तीन-तीन विद्यालय का संचालन किया जा रहा है।

भले ही अलग-अलग विद्यालय के नाम पर नया भवन बना दिया गया है लेकिन शिक्षकों के अभाव के कारण भंडरा प्रखंड के लाल बहादुर शास्त्री प्लस टू विद्यालय के छत के नीचे मॉडल व प्रोजेक्ट बंसीधर कन्या उच्च विद्यालय का संचालन भी किया जा रहा है।

दो स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं

भंडरा लाल बहादुर शास्त्री विद्यालय को छोड़ प्रोजेक्ट बंसीधर कन्या उच्च विद्यालय भंडरा और मॉडल विद्यालय भंडरा में शिक्षकों की संख्या शून्य है। भंडरा के लाल बहादुर शास्त्री प्लस टू में संचालित तीन विद्यालयों में 1340 विद्यार्थी नामांकित हैं लेकिन पढ़ाने वाले शिक्षक महज 18 हैं। एक शिक्षक पर 70 विद्यार्थियों का दबाव है, जबकि नियमानुसार 40 विद्यार्थी पर एक शिक्षक होना चाहिए।

शिक्षकों की घोर कमी

प्रोजेक्ट बंसीधर कन्या उच्च विद्यालय भंडरा में शिक्षकों के 11 पद स्वीकृत हैं, जिसमें एक भी शिक्षक स्थाई नहीं हैं। मॉडल विद्यालय भंडरा में शिक्षकों का दस पद स्वीकृत है, जिसमें नियुक्त शिक्षकों की संख्या शून्य है। इसके अलावा लाल बहादुर शास्त्री उच्च विद्यालय भंडरा में वर्ग नौ से लेकर बारहवीं में 964 बच्चे नामांकित है, जिसमें शिक्षकों के कुल 23 पद स्वीकृत हैं, जिसमें सिर्फ 16 शिक्षक नियुक्त हैं।

ऐसे में प्रोजेक्ट बंसीधर कन्या उच्च विद्यालय भंडरा में वर्ग नौ से दस तक के नामांकित 360 बालिकाओं व मॉडल विद्यालय में नामांकित 22 बच्चों का पठन-पाठन लाल बहादुर शास्त्री उच्च विद्यालय भंडरा के शिक्षकों के भरोसे चल रहा है।

बच्चों को नहीं मिल पा रही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है। प्रोजेक्ट बंसीधर कन्या उच्च विद्यालय में एक शिक्षक थे लेकिन नवंबर 2022 में वह भी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। ऐसे में प्रोजेक्ट बंसीधर कन्या उच्च विद्यालय व मॉडल विद्यालय भंडरा में शिक्षकों की संख्या शून्य हो गई है।

शिक्षा विभाग ने क्या कहा

लोहरदगा शिक्षा पदाधिकारी दास सुनंदा चंद्रमौलेश्वर ने शिक्षकों की कमी और विद्यालयों के संचालन पर कहा कि शिक्षकों की कमी को दूर किया जाएगा। शिक्षकों की कमी को दूर होते ही सभी विद्यालयों को अलग-अलग स्थान पर संचालित किया जाएगा। फिलहाल विद्यालय में वैकल्पिक व्यवस्था पर शैक्षणिक व्यवस्था संचालन किया जा रहा है।