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Makar Sankranti 2023: देशभर में अलग-अलग नामों से मनाई जाती है मकर संक्रांति, जानें इसकी वजह

Makar Sankranti 2023 कुछ ही दिनों में मकर संक्रांति का त्योहार आने वाला है। लोग अलग-अलग परंपराओं के मुताबिक इसे मनाने की तैयारियों में लगे हुए हैं। अलग रीति-रिवाजों के साथ ही इस पर्व को कई अलग नामों से भी जाना जाता है।

By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Sat, 14 Jan 2023 09:45 AM (IST)
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अलग-अलग राज्यों में इन नामों से जाती है मकर संक्रांति

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Makar Sankranti 2023: नए साल की शुरुआत के साथ ही त्योहारों का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। कल यानी 15 जनवरी को साल का पहला त्योहार मकर संक्रांति है। ऐसे में हर कोई इस त्योहार की  तैयारियों में जुटा हुआ है। इस त्योहार को लेकर ऐसी मान्यता है कि जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, तो उसे 'संक्रांति' कहते हैं। लोग अलग-अलग तरीकों से इस त्योहार को मनाते हैं। इसे मनाने के तरीकों के साथ ही विभिन्न लोगों और राज्यों में इसके नाम भी अलग है। कई जगह मकर संक्रांति के नाम से मशहूर इस त्योहार को कई राज्यों में अलग नामों से जाना जाता है। तो चलिए जानते हैं अलग-अलग राज्यों में किस नाम से मशहूर मकर संक्रांति का त्योहार-

उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति

उत्तर प्रदेश समेत के देश में कई जगह इस त्योहार को मकर संक्रांति के नाम से ही जाना जाता है। हालांकि, यूपी के कुछ हिस्सों में इस त्योहार को खिचड़ी भी कहा जाता है। दरअसल, मकर संक्रांति के दिन उड़द दाल और चावल की खिचड़ी बनाने का चलन है। यही वजह है कि कई जगह इसे इस नाम से भी जाना जाता है। खिचड़ी के साथ ही इस दिन तिल के लड्डू का भी काफी महत्व होता है।

पंजाब-हरियाणा में लोहड़ी

पंजाब में मकर संक्रांति को लोहड़ी के नाम से भी जाना जाता है। मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाने वाला यह त्योहार पंजाबियों के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इसे सिखों का नववर्ष भी माना जाता है। मकर संक्रांति को पंजाब और हरियाणा में माघी भी कहा जाता है।

राजस्थान और गुजरात में उत्तरायण

राजस्थान और गुजरात में मकर संक्रांति को उत्तरायण के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि मकर संक्रांति को सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाता है। इसी वजह से कई जगह इस त्योहार को उत्तरायण भी कही जाता है। इस दौरान यहां पतंग उत्सव भी मनाया जाता है। यहां मकर संक्रांति का पर्व दो दिन तक मनाया जाता है।

तमिलनाडु में पोंगल

तमिलनाडु में मकर संक्रांति को पोंगल पर्व के रूप में मनाया जाता है। यहां पोंगल चार दिनों का त्योहार होता है। इसके तहत पहले दिन भोगी पोंगल, दूसरे दिन सूर्य पोंगल, तीसरे दिन मट्टू पोंगल और चौथे दिन कन्या पोंगल मनाया जाता है। इस दौरान यहां चावल के व्यंजन पकाए जाते हैं।

Picture Courtesy: Freepik