18 हजार फीट से भी अधिक ऊंचाई पर हैं श्री खंड महादेव, जानें- इस यात्रा से जुड़ी जरूरी बातें
Shrikhand Mahadev Yatra यह यात्रा हर साल सावन के महीने में की जाती है। इस यात्रा को अमरनाथ यात्रा से भी कठिन माना जाता है। श्री खंड यात्रा में 15 साल से कम आयु के व्यक्ति शामिल नहीं हो सकते हैं। श्रद्धालुओं को लगभग 32 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। तो आइए जानते हैं इस स्थान से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें जिन्हें जानकर आप हैरान हो जाएंगे।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Shrikhand Mahadev Yatra: श्रीखंड महादेव हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में स्थित धार्मिक तीर्थ स्थल है। यह दुनिया भर में प्रसिद्घ जो भगवान शिव और पार्वती को समर्पित हैं। यह स्थान शिव भक्तों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यह यात्रा श्री खंड महादेव कैलाश यात्रा के नाम से दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यह यात्रा हर साल सावन के महीने में की जाती है। तो आइए जानते हैं, इस स्थान से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें, जिन्हें जानकर आप हैरान हो जाएंगे।
यह यात्रा हिमाचाल प्रदेश के बेस गांव जौन से शुरु होती है। श्रीखंड महादेव 18570 फीट ऊंचाई पर स्थित है, यहां पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को लगभग 32 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। इस यात्रा को अमरनाथ यात्रा से भी कठिन माना जाता है। श्री खंड यात्रा में 15 साल से कम आयु के व्यक्ति शामिल नहीं हो सकते हैं।
इस यात्रा के दौरान आप कई धार्मिक स्थलों के दर्शन कर सकते हैं। आप निरमंड में सात मंदिर, शिव गुफा, परशुराम मंदिर, हनुमान मंदिर, दक्षिणेश्वर महादेव, अरसु आदि धार्मिक स्थानों पर भी घूम सकते हैं।
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भस्मासुर से जुड़ा है श्रीखंड महादेव का इतिहास
मान्यता के अनुसार, भस्मासुर नामक राक्षस भगवान शिव को भस्म करने के लिए उनके पीछे पड़ गया। इस पर माता पार्वती उस राक्षस के डर से रो पड़ी और उनके आंसुओं से नयन सरोवर झील का निर्माण हुआ। कहा जाता है कि वनवास के दौरान पांडव इसी स्थान पर रुके थे। श्रीखंड महादेव से जुड़ी और भी कई मान्यता हैं।
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Pic Credit: Instagram//mountaineer_shubham/akshaykashyap