NEET-JEE Main: नीट-जेईई मेन जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की अब सरकार कराएगी तैयारी
Ministry of Education राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिश के बाद शिक्षा मंत्रालय ने इस दिशा में गंभीरता से काम शुरू किया है। साथ ही इसके अमल का जिम्मा एनसीईआरटी को सौंपा है। जो इन दिनों छात्रों को आनलाइन पढ़ाने के अभियान में जुटी हुई है। सूत्रों की मानें तो स्कूल से जुड़ी अध्ययन सामग्री को आनलाइन मुहैया कराने के बाद अब वह इसी अभियान में जुटेगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: छात्रों को नीट, जेईई और सीयूईटी जैसी प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं के लिए अब निजी संस्थानों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के साथ ही केंद्र सरकार अब ऐसी कोशिश में जुटी है, जिससे घर बैठे ही ऐसी परीक्षाओं की तैयारी कराई जा सके। इससे न सिर्फ उन सभी छात्रों को भी मदद मिल सकेगी, जो अभी निजी संस्थानों की मोटी फीस के चलते कोचिंग जैसी सुविधा से वंचित रह जाते है, बल्कि ऐसे छात्रों और अभिभावकों पर पड़ने वाला वित्तीय बोझ भी कम होगा, जो अभी इन प्रवेश परीक्षाओं की तैयारियों के लिए अभी लाखों रुपये चुका रहे हैं।
टेलीविजन और यू-ट्यूब से होंगी कक्षाएं
फिलहाल, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिश के बाद शिक्षा मंत्रालय ने इस दिशा में गंभीरता से काम शुरू किया है। साथ ही इसके अमल का जिम्मा एनसीईआरटी को सौंपा है। जो इन दिनों छात्रों को आनलाइन पढ़ाने के अभियान में जुटी हुई है। सूत्रों की मानें तो स्कूल से जुड़ी अध्ययन सामग्री को आनलाइन मुहैया कराने के बाद अब वह इसी अभियान में जुटेगी। स्कूलों में पढ़ाने वाले बेहतर शिक्षकों के मदद से प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं से जुडी कक्षाएं आयोजित कराई जाएंगी। ये कक्षाएं शैक्षणिक टेलीविजन और यू-ट्यूब के जरिये संचालित होंगी।
NEET, JEE मेन और CUET की तैयारी
इस दौरान शुरुआती चरण में मेडिकल में दाखिले से जुडी नीट (नेशनल एलिजबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) व इंजीनियरिंग में दाखिले से जुड़ी परीक्षा जेईई मेन (ज्वाइंट एंट्रेस एक्जाम) और विश्वविद्यालयों में दाखिले से जुड़ी संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) की तैयारी कराई जाएगी।
सूत्रों की मानें तो नीट, जेईई मेन जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा है। अभिभावकों द्वारा लाखों की फीस चुकाए जाने के बाद छात्र इन परीक्षाओं को लेकर और भी दबाव में रहते हैं। हाल ही में कोटा में बड़ी संख्या में छात्रों द्वारा आत्महत्या करने की घटनाएं सामने आई हैं। इस दिशा में अब मंथन और तेज हुआ है।
जल्द शुरू हो सकती है कक्षाएं
हालांकि, ये कक्षाएं कब से शुरू होंगी, यह अभी तय नहीं है। लेकिन जो संकेत दिए जा रहे हैं, उससे लगता है कि छात्रों को ज्यादा लंबा इंतजार नहीं करना होगा। शिक्षा मंत्रालय वैसे भी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति आने के बाद शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की कोशिशों में लगातार जुटा हुआ है। इसके तहत जहां छात्रों के सीखने की क्षमता (लर्निंग आउट कम) को मजूबत बनाया जा रहा है, वहीं बोर्ड परीक्षाओं को भी रुचिकर और आसान बनाया जा रहा है।