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3 IPS अधिकारी हुए निलंबित, डीजी रैंक का अफसर भी शामिल; मुंबई की एक मॉडल से जुड़ा है मामला

आंध्र प्रदेश सरकार ने तीन वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया। इनमें एक डीजी रैंक का अधिकारी हैं। सरकार ने आइपीएस अधिकारियों को निलंबित करने के लिए रविवार को अलग-अलग आदेश जारी किए। इन अधिकारियों पर मुंबई की एक मॉडल को उसके खिलाफ दर्ज मामले में बिना उचित जांच जल्दबाजी में गिरफ्तार करने और परेशान करने का आरोप है।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sun, 15 Sep 2024 11:45 PM (IST)
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3 IPS अधिकारी निलंबित, डीजी रैंक का अफसर भी शामिल

पीटीआई, अमरावती : आंध्र प्रदेश सरकार ने तीन वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया। इनमें एक डीजी रैंक का अधिकारी हैं। सरकार ने आइपीएस अधिकारियों को निलंबित करने के लिए रविवार को अलग-अलग आदेश जारी किए। इन अधिकारियों पर मुंबई की एक मॉडल को उसके खिलाफ दर्ज मामले में बिना उचित जांच जल्दबाजी में गिरफ्तार करने और परेशान करने का आरोप है।

निलंबित अधिकारियों में पूर्व खुफिया प्रमुख पी. सीताराम अंजनेयुलु (डीजी रैंक), विजयवाड़ा के पूर्व पुलिस आयुक्त क्रांति राणा टाटा (आइजी रैंक) और तत्कालीन पुलिस उपायुक्त (विजयवाड़ा) विशाल गुन्नी (एसपी रैंक) शामिल हैं।

कांग्रेस के एक नेता की शिकायत पर गिरफ्तार 

मॉडल ने आरोप लगाया कि पिछली सरोकार के दौरान पुलिस अधिकारियों ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर उन्होंने मुंबई में एक निगम के शीर्ष अधिकारी के खिलाफ दर्ज मामला वापस नहीं लिया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। माडल को इस वर्ष की शुरुआत में पिछली सरकार के दौरान वाईएसआर कांग्रेस के एक नेता की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया था।

मॉडल पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था।रिकार्ड के अनुसार, माडल के खिलाफ एफआइआर दो फरवरी को दर्ज की गई थी, जबकि अंजनेयुलु ने 31 जनवरी को राणा टाटा और विशाल गुन्नी को उसे गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था।

16 आइपीएस अधिकारियों में शामिल थे

मॉडल ने हाल ही में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया कि उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया तथा उसे परेशान किया गया। ये तीनों अधिकारी उन 16 आइपीएस अधिकारियों में शामिल थे, जिन्हें निर्देश दिया गया था कि वे बिना किसी पद के दिन में दो बार डीजीपी कार्यालय में हाजिरी दर्ज कराएं। अप्रैल में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान तेदेपा ने अंजनेयुलु पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि पिछली वाईएसआर कांग्रेस सरकार पेगासस जासूसी साफ्टवेयर के जरिये तेदेपा महासचिव नारा लोकेश के फोन को टैप कर रही थी।