Bangladesh Protest: भारतीयों की वापसी में मदद कर रहे हैं बांग्लादेशी अधिकारी, नागरिकों को सुरक्षित सीमा पर पहुंचाया जा रहा
Bangladesh Protest बांग्लादेश के कई शहरों में स्थिति अभी भी असामान्य बनी हुई है। हिंदूओं पर निशाना बनाया जा रहा है। इस बीच बांग्लादेश की सेना और वहां के प्रशासनिक अधिकारी भारतीयों को अपने देश लौटने में मदद कर रहे हैं। भारतीय उच्चायोग बांग्लादेश की सेना के सम्पर्क में है। इस कारण बांगलादेशी अधिकारियों ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। ढाका व बांग्लादेश के कई दूसरे शहरों की स्थिति अभी भी सामान्य होने से काफी दूर है। अच्छी बात यह है कि बांग्लादेश की सेना और वहां के प्रशासनिक अधिकारी काफी ज्यादा तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद भारतीयों को अपने देश लौटने में मदद कर रहे हैं। ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग और चार उप-उच्चायोग के अधिकारियों के साथ बांग्लादेशी अधिकारियों का संपर्क काफी अच्छा है और उनकी हरसंभव मदद की जा रही है।
इनकी मदद से देश के कई हिस्सों से भारतीय नागरिकों को गाड़ियों से सुरक्षित भारतीय सीमा पर पहुंचाया जा रहा है। साथ ही जिनके पास हवाई जहाज से जाने के लिए टिकट की व्यवस्था हो रही है उन्हें हवाई अड्डा भी पहुंचाया जा रहा है। यह जानकारी विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने दी है। सूत्रों ने बताया है कि कुछ भारतीय नागरिकों को बहुत ही खतरनाक स्थिति में बचाने में सफलता मिली है।
कार्यरत भारतीय कामगारों की स्थिति चिंताजनक
खास तौर पर दूर दराज स्थित परियोजनाओं में कार्यरत भारतीय कामगारों की स्थिति चिंताजनक थी। खुलना में ईरकान की परियोजना, एलएंडटी, टाटा प्रोजेक्ट्स, एफकान्स और ट्रांसरेल (सिराजगंज) में कार्यरत भारतीयों को सीमा पर लाने में सफलता मिली है। यह उच्चायोग और बांग्लादेश सैन्य बलों के सहयोग से संभव हुआ है।कई कंपनियों के कर्मचारी हैं कार्यरत
इसके अलावा अशोक बिल्ड कंपनी, राइट्स, आइटीडी सीमेंटेशन (सिराजगंज), केईसी के कर्मचारियों ढाका में निजी तौर पर काम करने वाले भारतीय प्रोफेशनलों को एयरपोर्ट तक पहुंचाने में भी स्थानीय प्रशासन की मदद मिली है। सन फार्मा, आइओसीएल, एनपीटीसी जैसी भारतीय कंपनियों के काफी कर्मचारी वहां कार्यरत हैं।