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केंद्र सरकार रखेगी अब हर मोबाइल टावर पर नजर, स्पैम कॉल को रोकना का है लक्ष्य

संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि कॉल ड्राप के साथ पैकेट ड्राप की दरों को कम करने के लिए हर मोबाइल टावर की निगरानी होगी। यह निगरानी अभी तिमाही स्तर पर की जाएगी और बाद में हर महीने इसकी निगरानी होगी। टेलीकॉम कंपनियों को भी इस हिसाब से अपनी तैयारी करने के लिए कह दिया गया है।टावर की सामूहिक निगरानी से काल ड्राप का औसत निकाला जाता है।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Mon, 23 Sep 2024 08:20 PM (IST)
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केंद्र सरकार रखेगी अब हर मोबाइल टावर पर नजर

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि कॉल ड्राप के साथ पैकेट ड्राप की दरों को कम करने के लिए हर मोबाइल टावर की निगरानी होगी। यह निगरानी अभी तिमाही स्तर पर की जाएगी और बाद में हर महीने इसकी निगरानी होगी। टेलीकॉम कंपनियों को भी इस हिसाब से अपनी तैयारी करने के लिए कह दिया गया है।

उन्होंने बताया कि अगले साल से काल ड्राप दर को एक प्रतिशत से कम लाने की कोशिश की जाएगी। भारत में काल ड्राप की दर लगभग तीन प्रतिशत है। मोबाइल फोन पर काल के दौरान कई बार किसी वाक्य के कुछ शब्द सुनाई नहीं देते हैं, उसे पैकेट ड्राप कहा जाता है। अभी किसी शहर या इलाके के हर टावर की निगरानी नहीं होती है।

टावर की निगरानी से निकलता कॉल ड्राप का औसत

टावर की सामूहिक निगरानी से काल ड्राप का औसत निकाला जाता है। प्रत्येक टावर की निगरानी से सभी इलाके में काल और पैकेट ड्राप में कमी आएगी। सिंधिया ने बताया कि स्पैम और फर्जीवाड़े काल को रोकने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। बिना इजाजत के मार्केटिंग कॉल करने वाले 3.5 लाख से अधिक कनेक्शन काटे गए है। इस प्रकार के काम करने वाली 50 संस्थाएं काली सूची में डाली गई है। 2.37 लाख मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक किए गए हैं। मोदी सरकार के तीसरे टर्म में 100 दिन के दौरान किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए सिंधिया ने बताया कि इस अवधि में 7258 नए मोबाइल टॉवर लगाए गए हैं।

9500 से अधिक गांवों में शुरू हुई मोबाइल फोन सेवा

इसका फायदा यह हुआ कि 9500 से अधिक गांवों में मोबाइल फोन संचार सेवा शुरू हो गई। अभी देश में हजारों गांवों में मोबाइल फोन सेवा नहीं है। उन्होंने बताया कि पिछले दस सालों में मोबाइल फोन की शुल्क दरों में काफी कमी आई है।

ऐसे में, टेलीकॉम कंपनियों ने अभी मोबाइल फोन काल की जो दरें बढ़ाई है, वह अति मामूली है। अभी काल (फोन पर बात करने) की दरें 51 पैसे प्रति मिनट है जो पहले 3.50 रुपए प्रति मिनट थी। वैसे ही पहले इंटरनेट के इस्तेमाल के लिए एक जीबी डाटा की औसत कीमत 28 रुपए थी जो अब 8.75 रुपए प्रति जीबी है।

देश में है 117 मोबाइल कनेक्शन

देश में अभी 117 करोड़ मोबाइल कनेक्शन है और 95 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगले साल मध्य तक बीएसएनएल 4जी के एक लाख टावर लगा देगी और उसके बाद देश के हर भाग में 4जी सेवा उपलब्ध होगी। देश के 98 प्रतिशत शहरों में 5जी सेवा बहाल हो गई है।