रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी समकक्ष को किया फोन, पाकिस्तान को F-16 बेड़े के लिए पैकेज देने पर जताई चिंता
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के F-16 बेड़े के लिए निर्वाह पैकेज प्रदान करने के हाल के अमेरिकी निर्णय पर भारत की चिंता व्यक्त की है। उन्होंने अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन से फोन पर बातचीत की और भारत की चिंता से अवगत कराया।
नई दिल्ली, एजेंसी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने बुधवार को अमेरिकी रक्षा सचिव, लॉयड ऑस्टिन (US Secretary of Defence Mr. Lloyd Austin) के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने ऑस्टिन को पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान बेड़े के लिए निर्वाह पैकेज मुहैया कराने के वाशिंगटन के फैसले पर भारत की चिंताओं से अवगत कराया।
रक्षा और सुरक्षा सहयोग में वृद्धि पर की चर्चा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'अमेरिकी रक्षा मंत्री श्री लॉयड ऑस्टिन के साथ टेलीफोन पर गर्मजोशी से और सार्थक बातचीत हुई। हमने सामरिक हितों के बढ़ते अभिसरण और रक्षा और सुरक्षा सहयोग में वृद्धि पर चर्चा की।' उन्होंने आगे कहा, 'हमने तकनीकी और औद्योगिक सहयोग को मजबूत करने और उभरती और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों में सहयोग का पता लगाने के तरीकों पर भी चर्चा की।'
Defence Minister Rajnath Singh holds a telephonic conversation with the US Secretary of Defence, Lloyd Austin, raises India’s concern at the US decision to provide sustenance package for Pakistan’s F-16 fleet pic.twitter.com/sUwgbsqLOT
— ANI (@ANI) September 14, 2022
भारत की चिंता से कराया अवगत
रक्षा मंत्री ने कहा, 'मैंने पाकिस्तान के F-16 बेड़े के लिए निर्वाह पैकेज प्रदान करने के हाल के अमेरिकी निर्णय पर भारत की चिंता व्यक्त की। भारत-अमेरिका साझेदारी को और मजबूत करने के लिए सेक्रेटरी ऑस्टिन के साथ बातचीत जारी रखने के लिए तत्पर हैं।'
भारत को रास नहीं आ रही अमेरिका की पाक से हमदर्दी
दरअसल, अमेरिका ने पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू बेड़े के लिए हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और पुर्जों के लिए 450 मिलियन अमरीकी डालर की विदेशी सैन्य बिक्री (FMS) प्रदान करने की योजना बनाई है, जिससे भारत चिंतित है। अमेरिका की पाकिस्तान के प्रति हमदर्दी भारत को रास नहीं आ रही है। यही वजह है कि उसने अमेरिका से पाकिस्तान को F-16 विमानों के लिए दिए पैकेज पर कड़ी नाराजगी जताई है।
भारत ने जताई कड़ी नाराजगी
भारत ने कड़े शब्दों में दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू को अपनी नाराजगी के बारे सीधे तौर पर बता दिया है। भारत ने अमेरिका के इस फैसले की टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठाया है। बाइडन प्रशासन ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को पलटते हुए ये निर्णय लिया है।
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