Ram Mandir: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने राम मंदिर पर की निराशाजनक टिप्पणी, धर्मेन्द्र प्रधान ने दिया करारा जवाब
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में नुकसान निराशा और भय की भावना पैदा कर रही है। दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने हाल ही में एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में राम मंदिर को लेकर सवाल उठाया था और कहा था क्या राम मंदिर असली मुद्दा है या बेरोजगारी और महंगाई ?
एएनआई, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में नुकसान, निराशा और भय की भावना पैदा कर रही है।' प्रधान का यह बयान सैम पित्रोदा द्वारा राम मंदिर पर सवाल उठाए जाने के बाद आया है।
दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने हाल ही में एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में राम मंदिर को लेकर सवाल उठाया था और कहा था, 'क्या राम मंदिर असली मुद्दा है या बेरोजगारी और महंगाई?'
धर्मेन्द्र प्रधान ने दिया जवाब
इस पर जवाब देते हुए धर्मेन्द्र प्रधान ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'अयोध्या में मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम का एक भव्य मंदिर भारत के लोगों की लंबे समय से इच्छा थी। प्राण प्रतिष्ठा की नजदीक आती तारीख जहां पूरे देश में दिव्यता, प्रसन्नता और खुशी की लहर पैदा कर रही है, वहीं यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में नुकसान, निराशा और भय की भावना पैदा कर रही है।'इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि राम मंदिर और उससे जुड़े समारोहों को लेकर सैम पित्रोदा की नाराजगी भगवान राम और हिंदुओं के प्रति कांग्रेस पार्टी की पुरानी एलर्जी को दर्शाती है। प्रधान ने 'एक्स' पर पोस्ट में कहा, आंतरिक दायरे में ऐसे लोगों के साथ, यह समझ से परे है कि कांग्रेस भारत की आत्मा, मानस और मनोदशा से पूरी तरह से अलग क्यों हो गई है।
'मुझे किसी भी धर्म से कोई दिक्कत नहीं'
सैम पित्रोदा ने ANI से बात करते हुए कहा, 'मुझे किसी भी धर्म से कोई दिक्कत नहीं है। कभी-कभार मंदिर जाना ठीक है, लेकिन आप उसे मुख्य मंच नहीं बना सकते। 40 फीसदी लोग बीजेपी को वोट देते हैं और 60 फीसदी लोग भाजपा को वोट न दें। वह सबके प्रधानमंत्री हैं, किसी पार्टी के प्रधानमंत्री नहीं और यही संदेश भारत के लोग उनसे चाहते हैं।रोजगार के बारे में बात करें, मुद्रास्फीति के बारे में बात करें, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और चुनौतियों के बारे में बात करें। वे (लोग) तय करना होगा कि असली मुद्दे क्या हैं- क्या राम मंदिर असली मुद्दा है? या बेरोजगारी असली मुद्दा है। क्या राम मंदिर असली मुद्दा है या महंगाई असली मुद्दा है? इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पित्रोदा ने जोर देकर कहा, 'अपने धर्म का पालन करें लेकिन धर्म को राजनीति से अलग रखें।'