Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले- यूरोपीय संघ के साथ FTA होगा गेमचेंजर, दोनों देशों को मिलेगा लाभ

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हमें उम्मीद है कि भारत और ईयू के बीच होने वाला एफटीए दोनो पक्षों के लिए लाभकारी होगा। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि दोनों पक्षों के बीच एफटीए को लेकर जारी वार्ता जल्द संपन्न की जाएगी।

By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 28 Feb 2023 09:58 PM (IST)
Hero Image
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की फाइल फोटो।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। यूरोपीय संघ के साथ भारत का मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) दोनो पक्षों के आर्थिक रिश्तों को लेकर गेम-चेंजर साबित होंगे। यह बात विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कही। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि दोनों पक्षों के बीच एफटीए को लेकर जारी वार्ता जल्द संपन्न की जाएगी। जयशंकर उद्योग चैंबर सीआइआइ की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

भारत और ईयू के बीच होने वाला एफटीए दोनो पक्षों के लिए लाभकारी: जयशंकर 

इस अवसर पर यूरोपीय संघ के सदस्य देश डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स रासमुसेन और चेक रिपब्लिक के विदेश मंत्री जैन लिपाव्सकी भी उपस्थित थे। जयशंकर ने कहा कि हमें उम्मीद है कि भारत और ईयू के बीच होने वाला एफटीए दोनो पक्षों के लिए लाभकारी होगा। जहां तक भारत की बात है तो दुनिया में सिर्फ भारत की एक ऐसी बड़ी इकोनोमी है जो लगातार छह फीसद से भी ज्यादा तेजी से आगे बढ़ने की क्षमता रखती है।

एफटीए को लेकर भारत और ब्रिटेन के बीच बातचीत

यह वैश्विक इकोनोमी को आगे बढ़ाने वाला एक प्रमुख देश बना रहेगा। यह पहला मौका है जब विदेश मंत्री के स्तर पर भारत-ईयू एफटीए को लेकर महत्वपूर्ण बात कही गई है। भारत ने एक साल पहले ही आस्ट्रेलिया और संयुक्त अरब अमीरात के साथ एफटीए किया है और अब ब्रिटेन के साथ बातचीत काफी तेजी से आगे बढ़ रही है।

जयशंकर ने कहा भी कि भारत अब तेजी से एफीटए वार्ता को आगे बढ़ाना चाहता है। यूएई व आस्ट्रेलिया के साथ ऐसा किया जा चुका है। वैसे भारत और ईयू के बीच वर्ष 2007 में ही एफटीए को लेकर वार्ता की शुरुआत हुई थी लेकिन कई वजहों से वर्ष 2013 से यह वार्ता स्थगित थी।