Assembly Elections: छह दिन पहले भी हो सकता है हरियाणा विधानसभा चुनाव, भाजपा में चिंता; क्या है EC का प्लान
चुनावों में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी बढ़ाने में जुटा केंद्रीय निर्वाचन आयोग फिलहाल छुट्टियों और त्योहारों के बीच पड़ रहे हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख को बदल सकता है। जो अभी एक अक्टूबर है। ऐसे में ज्यादा संभव है कि इसे एक अक्टूबर से पहले यानी जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण के लिए होने वाले मतदान के साथ ही करा लिया जाए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनावों में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी बढ़ाने में जुटा केंद्रीय निर्वाचन आयोग फिलहाल छुट्टियों और त्योहारों के बीच पड़ रहे हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख को बदल सकता है। जो अभी एक अक्टूबर है। ऐसे में ज्यादा संभव है कि इसे एक अक्टूबर से पहले यानी जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण के लिए होने वाले मतदान के साथ ही करा लिया जाए।
कुछ लोगों का मानना है कि तिथि को पहले लाने की बजाय और आगे बढ़ा दिया जाए। इस पर अंतिम फैसला मंगलवार को होगा लेकिन अधिक उम्मीद तिथि पहले करने की है क्योंकि ऐसी स्थिति में मतगणना की तिथि आगे नहीं बढ़ानी होगी और सबकुछ तय समयनानुसार खत्म हो जाएगा। वैसे भी नौ तारीख से दुर्गा पूजा की भी शुरूआत हो रही है।
चुनाव में मतदान की तारीख में बदलाव
हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान की तारीख में बदलाव की यह मांग उस समय जोर पकड़ी है, जब भाजपा ने मतदान के आगे-पीछे लंबी छुट्टियों और त्योहारों के होने के चलते मतदान की तारीख को बदलने की मांग की।भाजपा की राज्य ईकाई का कहना था कि यदि इनके बीच चुनाव कराए गए, तो मतदान प्रतिशत में गिरावट देखने को मिल सकता है, क्योंकि छुट्टियों के चलते लोग घूमने के लिए राज्य से बाहर जा सकते है। उनकी इस मांग का बाद में समर्थन राज्य के प्रमुख राजनीतिक दल इंडियन नेशनल लोकदल ( इनेलो) ने भी किया। इसके साथ विश्नोई समाज ने भी त्योहार का हवाला देते हुए मतदान की तारीख में बदलाव की मांग की है।
मंगलवार को होगी अहम बैठक
आयोग से जुड़े उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक छुट्टियों और त्योहारों के बीच मतदान कराने से अपने पूर्व के अनुभवों से सबक ले चुका आयोग राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों की मांग से सहमत दिख रहा है। साथ ही वह इसे लेकर मंगलवार को एक अहम बैठक भी करने वाला है। जिसमें इसे लेकर फैसला लिया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो आयोग के पास इसे एक अक्टूबर से पहले कराने या फिर उसके बाद कराने के दोनों ही विकल्प है। फिलहाल चुनाव की तारीख को आगे बढ़ाने को लेकर राज्य में जिस तरह से राजनीति शुरू हुई और कांग्रेस सहित दूसरे दल इसे भाजपा का हार का डर बता रहे है। वहीं भाजपा की ओर यह पलटवार कि वह आज चुनाव हो तो उसके लिए भी तैयार है। ऐसे में निर्वाचन आयोग अक्टूबर से पहले भी चुनाव करा सकता है।
मतदान की तारीख में बदलाव की मांग भाजपा इसलिए भी कर रही है, क्योंकि 28, 29 सितंबर को शनिवार व रविवार की छुट्टी है, जबकि एक अक्टूबर को मतदान के चलते सार्वजनिक अवकाश रहता ही है, दो अक्टूबर को गांधी जयंती का अवकाश और तीन अक्टूबर को अग्रसेन जयंती और शारदीय नवरात्र का अवकाश रहेगा। ऐसे में कोई सिर्फ 30 सितंबर की छुट्टी लेकर छह दिन छुट्टी पर रह सकता है।