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श्रीलंका में कैद 21 भारतीय मछुआरों की घर वापसी, कोलंबो की जेल से रिहा होकर चेन्नई हवाई अड्डा पहुंचे

Indian fishermen released श्रीलंका के कोलंबो की जेल से आज भारतीय उच्चायोग की मदद से 21 भारतीय मछुआरों की घर वापसी हुई है। गुरवार को श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग और जाफना में महावाणिज्य दूतावास ने श्रीलंका से इन मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित की थी। कच्चाथीवु द्वीप के पास एक श्रीलंकाई नौसैनिक पोत और भारतीय नाव के बीच हुई टक्कर के बाद श्रीलंकाई नौसेना ने मछुआरों को पकड़ लिया था।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Sat, 03 Aug 2024 08:58 AM (IST)
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Indian fishermen released भारतीय मछुआरे श्रीलंका से रिहा हुए।

एएनआई, चेन्नई। Indian fishermen released श्रीलंका की जेल में कैद 21 भारतीय मछुआरों की आज घर वापसी हो गई है। कोलंबो में भारतीय उच्चायोग द्वारा रिहा कराए गए ये मछुआरे चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचे हैं। 

भारतीय उच्चायोग ने किया पोस्ट

श्रीलंका के कोलंबो में भारतीय उच्चायोग के आधिकारिक हैंडल ने सबसे पहले सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट किया, "घर वापसी! 21 भारतीय मछुआरों को सफलतापूर्वक वापस लाया गया है और वे कोलंबो से चेन्नई के लिए रवाना हो गए हैं।"

बता दें कि गुरवार को श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग और जाफना में महावाणिज्य दूतावास ने श्रीलंका से इन मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित की थी।

— ANI (@ANI) August 3, 2024

जाफना में मछुआरों से मिले भारतीय दूत

इससे पहले जाफना में भारतीय महावाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने कायट्स पुलिस स्टेशन का दौरा किया था और दो मछुआरों से मुलाकात की, जिनकी नाव श्रीलंकाई नौसेना की नाव से टकराने के बाद पलट गई थी। भारतीय महावाणिज्य दूत साई मुरली ने मछुआरों मुथुमुनियांडू और मूकैया का कुशलक्षेम पूछा।

उन्होंने मछुआरों को हरसंभव सहायता का आश्वासन भी दिया। वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने उनके परिवारों को फोन कॉल की सुविधा भी दी।

श्रीलंकाई पोत और भारतीय नाव की हुई थी टक्कर

बता दें कि यह मामला गुरुवार को कच्चाथीवु द्वीप से 5 समुद्री मील उत्तर में एक श्रीलंकाई नौसैनिक पोत और एक भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव के बीच हुई टक्कर से जुड़ा है। हादसे में पोत पर सवार चार भारतीय मछुआरों में से एक की मौत हो गई, दूसरा लापता है और दो मछुआरों को बचा लिया गया है और उन्हें कांकेसंथुराई तट पर लाया गया।

विदेश मंत्रालय ने जताया था विरोध

इसके जवाब में, विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली में श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त को बुलाया और एक भारतीय मछुआरे की मौत पर कड़ा विरोध दर्ज कराया।