मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम अगले सप्ताह आएंगे भारत, कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम अगले सप्ताह भारत आएंगे। प्रधानमंत्री मोदी के साथ वार्ता करने के अलावा इब्राहिम 20 अगस्त को भारतीय विश्व मामलों की परिषद में वैश्विक दक्षिण की भूमिका पर भाषण देंगे। इस बीच भारत और मलेशिया के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। यह समझौता प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की नई दिल्ली यात्रा के दौरान होगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ अपने कूटनीतिक रिश्तों को प्रगाढ़ करने में जुटे भारत के दौरे पर अगले हफ्ते मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम आ रहे हैं। पीएम इब्राहिम की यात्रा का इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि कुछ वर्ष पूर्व इस्लामिक धार्मिक प्रचारक जाकिर नाईक के मलेशिया में शरण लिए जाने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी आ गई थी।
भारत के साथ पुराने रिश्तों को सुधारने के किए प्रयास
मलेशिया के पूर्व पीएम महाथिर मोहम्मद ने कश्मीर और नागरिकता कानून पर उल्टी टिप्पणी करने की वजह से भी रिश्ते बिगड़ गये थे। हालांकि, पीएम इब्राहिम ने भारत के साथ पुराने रिश्तों को सुधारने को लेकर कई प्रयास किये गये हैं। इस महीने की शुरुआत में विएतनाम के पीएम फाम मिन्ह चिन्ह नई दिल्ली आये थे और अब मलेशियाई पीएम का यहां आना बता रहा है कि इस क्षेत्र के देश भी भारत के साथ संबंधों को काफी तवज्जो दे रहे हैं।
नई दिल्ली में होंगे मलेशियाई पीएम
कूटनीतिक सूत्रों ने बताया कि मलेशियाई पीएम 19 व 20 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली में होंगे। इस दौरान वह पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ दो चरणों में शीर्षस्तरीय वार्ता करेंगे। दोनो नेताओं के समक्ष कई द्विपक्षीय समझौतों पर भी हस्ताक्षर होने की संभावना है। इसमें एक समझौता भारतीय प्रशिक्षित कामगारों को मलेशिया में रोजगार के अवसर देने से संबंधित भी होगा। यह समझौता मलेशिया में कार्यरत भारतीय श्रमिकों के हितों की बेहतर तरीके से रक्षा करने में मदद करेगा।
'चीन प्लस वन' नीति
बताया जा रहा है कि हाल के वर्षों में कई मलेशियाई कंपनियां भारत से प्रशिक्षित व गैर-प्रशिक्षित कामगारों को ले जा रही हैं। खास तौर पर जब से वैश्विक स्तर पर 'चीन प्लस वन' नीति के तहत कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने मलेशिया में संयंत्र लगाना शुरू किया है तब से वहां भारतीय श्रमिकों की मांग बढ़ने की सूचना आ रही है। साइबर फ्राड को रोकने में एक दूसरे की मदद करने और स्थानीय मुद्रा में कारोबार के अवसरों को साथ मिलकर तलाशने संबंधी दो अन्य समझौते भी होंगे।
किसी मलेशियाई प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय भारत यात्रा
यह भी बताया गया है कि वर्ष 2018 के बाद यह किसी मलेशियाई प्रधानमंत्री की यह पहली द्विपक्षीय भारत यात्रा होगी। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की बैठक में भगोड़े जाकिर नाइक का मामला भी उठने की संभावना है। नाईक के खिलाफ भारत में मनी लां¨ड्रग और आतंकवाद को बढ़ावा देने जैसे मामले दर्ज है। नाईक के अभी भी मलेशिया के सार्वजनिक सभाओं में हिस्सा लेने की सूचना आते रहती है।
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