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Ram Mandir: आध्यात्मिक गुरु श्री एम ने शंकराचार्यों से की खास अपील, बोले- सभी को राम मंदिर समारोह में शामिल होने के लिए कहें शंकराचार्य

आध्यात्मिक गुरु श्री एम ने शंकराचार्यों से अपील की है कि वे सभी को राम मंदिर में रामलला के विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के लिए कहें। इस तर्क पर कि मंदिर निर्माण पूरा होने से पहले प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन नहीं हो सकता सत्संग फाउंडेशन के संस्थापक श्री एम ने कहा कि किसी भी शास्त्र में ऐसा नहीं कहा गया है।

By Agency Edited By: Sonu Gupta Updated: Fri, 19 Jan 2024 07:02 PM (IST)
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सभी को राम मंदिर समारोह में शामिल होने के लिए कहें शंकराचार्यः आध्यात्मिक गुरु श्री एम

पीटीआई, नई दिल्ली। आध्यात्मिक गुरु श्री एम ने शंकराचार्यों से अपील की है कि वे सभी को राम मंदिर में रामलला के विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के लिए कहें, जबकि पुरी पीठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती समेत कुछ धर्मगुरुओं का मानना है कि प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद होना चाहिए।

आप इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती विद्वान हैं। उन्होंने वैदिक गणित पर 22 किताबें लिखी हैं। लेकिन मुझे नहीं पता कि वह ऐसा क्यों कह रहे हैं। मैं उनसे हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि वह आशीर्वाद दें, भले ही वह नहीं जा रहे हों, लेकिन उन्हें कहना चाहिए कि हर किसी को इस समारोह में शामिल होना चाहिए। मैं सभी शंकराचार्यों से इस समारोह के लिए आशीर्वाद देने के लिए कहता हूं।- श्री एम

श्री एम ने दिया कई मंदिरों का उदाहरण

इस तर्क पर कि मंदिर निर्माण पूरा होने से पहले प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन नहीं हो सकता सत्संग फाउंडेशन के संस्थापक श्री एम ने कहा कि किसी भी शास्त्र में ऐसा नहीं कहा गया है। उन्होंने सोमनाथ, बद्रीनाथ और रामेश्वरम सहित कई मंदिरों का उदाहरण दिया जहां मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद बनाई गई थी।

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राम मंदिर में पूरा हो गया है गर्भ गृह का निर्माण

उन्होंने कहा कि मंदिरों के निर्माण पर धर्मग्रंथों में कहीं भी यह नहीं कहा गया है कि प्राण प्रतिष्ठा केवल मंदिर निर्माण के बाद ही हो सकती है, लेकिन निश्चित रूप से यह कहा गया है कि 'गर्भ गृह' को पूरा किया जाना चाहिए। राम मंदिर में 'गर्भ गृह' का निर्माण पूरा हो गया है जहां रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी।

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सोमनाथ में मंदिर बनने से पहले की गई थी शिवलिंग स्थापना

उन्होंने कहा कि सोमनाथ में शिवलिंग स्थापना मंदिर बनने से पहले की गई थी। आदिशंकराचार्य ने स्वयं बद्रीनारायण के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की थी, मंदिर बाद में बना। भगवान राम ने रामेश्वरम में शिवलिंग को स्थापित किया था, उस समय वहां कोई मंदिर नहीं था। यह कहना कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले संपूर्ण मंदिर का निर्माण होना चाहिए, सही नहीं है।

22 जनवरी को कार्यक्रम में शामिल होंगे श्री एम

श्री एम ने कहा कि उन्हें समारोह में आमंत्रित किया गया है और वह 22 जनवरी को कार्यक्रम में शामिल होंगे।अयोध्या, वाराणसी और उज्जैन जैसे मंदिर शहरों के नवीनीकरण और सौंदर्यीकरण की दिशा में केंद्र सरकार के प्रयासों के बारे में बात करते हुए, श्री एम ने कहा कि जो बहुत पहले किया जाना चाहिए था वह अब किया जा रहा है।