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शरद पवार का खुलासा; बाबरी पर मंत्रियों की सलाह के विपरीत PM नरसिंह राव ने विजया राजे सिंधिया की मानी थी बात

जब 1992 में राम जन्मभूमि आंदोलन जोरों पर था तब भाजपा नेता विजय राजे सिंधिया ने तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव को आश्वासन दिया था कि बाबरी ढांचे को कुछ नहीं होगा। राव ने अपने मंत्रियों की सलाह के विपरीत भाजपा की नेता की बात पर विश्वास किया था। यह रहस्योद्घाटन मंगलवार को राकांपा के प्रमुख शरद पवार ने किया।

By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Wed, 09 Aug 2023 04:03 AM (IST)
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शरद पवार का खुलासा; बाबरी पर मंत्रियों की सलाह के विपरीत PM नरसिंह

दिल्ली, प्रेट्र। जब 1992 में राम जन्मभूमि आंदोलन जोरों पर था, तब भाजपा नेता विजय राजे सिंधिया ने तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव को आश्वासन दिया था कि बाबरी ढांचे को कुछ नहीं होगा। राव ने अपने मंत्रियों की सलाह के विपरीत भाजपा की नेता की बात पर विश्वास किया था। यह रहस्योद्घाटन मंगलवार को राकांपा के प्रमुख शरद पवार ने किया।

एक पुस्तक की लांचिंग के मौके पर बाबरी ध्वंस के समय रक्षा मंत्री रहे पवार ने कहा कि अयोध्या मुद्दे पर हुए एक महत्वपूर्ण बैठक में तत्कालीन गृह मंत्री और गृह सचिव के साथ वे भी उपस्थित थे। राकांपा प्रमुख ने कहा कि मंत्रियों का एक समूह था और मैं उनमें से एक था। यह निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री को संबंधित पार्टी के नेताओं की बैठक बुलानी चाहिए।

बाबरी ढांचे को कुछ नहीं होगा।

पवार ने कहा कि उस बैठक में विजय राजे सिंधिया ने प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया था कि बाबरी ढांचे को कुछ नहीं होगा। पवार ने कहा कि उन्हें, गृह मंत्री और गृह सचिव को लगा कि कुछ भी हो सकता है। मगर राव ने सिंधिया पर विश्वास किया। उल्लेखनीय है विजय राजे सिंधिया कांग्रेस के दिवंगत नेता माधव राव सिंधिया की मां और मौजूदा नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी थीं। इस बीच, पुस्तक की लेखक ने बाबरी विध्वंस के बाद राव की कुछ वरिष्ठ पत्रकारों के साथ हुई बातचीत की चर्चा की। राव से पूछा गया था कि विध्वंस के समय वह क्या कर रहे थे।

बकौल लेखक राव ने पत्रकारों से कहा था कि उन्होंने ऐसा होने दिया क्योंकि इससे एक पुराना घाव खत्म हो जाएगा और इसके बाद भाजपा अपना मुख्य राजनीतिक कार्ड खो देगी।पवार ने पुस्तक का विमोचन केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, कांग्रेस नेता शशि थरूर, पूर्व रेल मंत्री और भाजपा नेता दिनेश त्रिवेदी और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण के साथ किया।