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'CM पद का ऑफर मिलता तो पूरी NCP साथ ले आता' विधानसभा चुनाव से पहले बोले अजित पवार

Maharashtra Politics सीएम एकनाथ शिंदे की जीवनी योद्धा कर्मयोगी-एकनाथ संभाजी शिंदे के विमोचन के मौके पर बोलते हुए अजित पवार ने मजाक के तौर पर कहा कि राजनीति में वह सीएम शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेनद्र फडणवीस दोनों से सीनियर हैं। उन्होंने कहा कि अगर मुझे सीएम पद का ऑफर दिया जाता तो मैं पूरी एनसीपी पार्टी अपने साथ ले आता।

By Agency Edited By: Piyush Kumar Updated: Thu, 08 Aug 2024 08:38 AM (IST)
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महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की फाइल फोटो।(फोटो सोर्स: जागरण)

पीटीआई, मुंबई। इस साल के अंत में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। राज्य के कई दिग्गज नेता अपनी राजनीतिक भविष्य तलाशने में जुटे हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में महायुति गठबंधन को मिली शिकस्त के बाद एनसीपी (अजित पवार) गुट 'एकला चलो रे' की नीति अपनाई हुई है।

अटकलें लगाई जा रही है कि विधानसभा चुनाव में अजित पवार गुट अकेले चुनाव लड़ सकती है। इसी बीच बुधवार को अजित पवार (Ajit Pawar) ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की पेशकश की होती तो वह पूरी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को अपने साथ ले आते।

मैं शिंदे और फडणवीस से भी ज्यादा सीनियर: अजित पवार

वर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे की जीवनी 'योद्धा कर्मयोगी-एकनाथ संभाजी शिंदे' के विमोचन के मौके पर बोलते हुए अजित पवार ने मजाक के तौर पर कहा कि राजनीति में वह सीएम शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेनद्र फडणवीस दोनों से सीनियर हैं। इस कार्यक्रम में सीएम एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे।

अजित पवार ने कहा, ''सभी आगे बढ़ गए और मैं पीछे रह गया।'' उन्होंने कहा कि फडणवीस पहली बार 1999 में और शिंदे 2004 में विधायक बने थे, जबकि वह पहली बार 1990 में राज्य विधानसभा के सदस्य बने थे। फडणवीस ने 2014 से 2019 तक दो बार मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और 2019 में 72 घंटों के लिए जब अजित पवार ने अल्पकालिक गठबंधन सरकार में उनके साथ हाथ मिलाया।

मैं पूरी एनसीपी पार्टी साथ ले आता: अजित पवार

उन्होंने कहा, ''मैंने कुछ लोगों से मजाक में कहा था कि जब आपने (भाजपा का स्पष्ट संदर्भ) एकनाथ शिंदे से कहा था कि इतने सारे विधायकों के साथ आएं और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, तो आपको मुझसे पूछना चाहिए था, मैं पूरी पार्टी साथ ले आता।

बता दें कि साल 2022 में तत्कालीन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ 39 विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे ने बगावत की थी। इसके बाद महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई। फिर एकनाथ शिंदे सीएम बने।

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