Manohar Joshi Demise: शिक्षक से मुख्यमंत्री और फिर लोकसभा स्पीकर, ऐसा रहा मनोहर जोशी का राजनीतिक सफर
Manohar Joshi Demise महाराष्ट्र के पूर्व सीएम मनोहर जोशी का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। शुरुआती जीवन में जोशी आरएसएस से जुड़े थे फिर शिवसेना की 1966 में स्थापना के बाद वो उससे जुड़ गए। मनोहर जोशी शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के काफी करीबी थे। उन्होंने टीचर से लोकसभा स्पीकर बनने तक का सफर तय किया था आइए जानते हैं उनके बारे में...
जागरण डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Manohar Joshi Demise महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना के दिग्गज नेता मनोहर जोशी का आज निधन हो गया है। जोशी को बीते दिन दिल का दौरा पड़ने के बाद हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
पूर्व सीएम को पिछले साल भी ब्रेन हैमरेज के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जोशी के पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थान पर दोपहर दो बजे तक आखिरी दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार दादर श्मशान भूमि में होगा।
मनोहर जोशी शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के काफी करीबी थे। उन्होंने टीचर से लोकसभा स्पीकर बनने तक का सफर तय किया था, आइए जानते हैं उनके बारे में...
टीचर से सीएम बनने का सफर
- मनोहर जोशी एक टीचर थे। शुरुआती जीवन में जोशी आरएसएस से जुड़े थे, फिर शिवसेना की 1966 में स्थापना के बाद वो उससे जुड़ गए और उसी पार्टी से सीएम से लेकर लोकसभा स्पीकर तक बने।
- वर्ष 1976 से 1977 तक जोशी मुंबई के मेयर भी रहे।
- इसके बाद साल 1995 की बात है, जब महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा की गठबंधन सरकार बनी और तब उन्हें सीएम बनाया गया।
- जोशी 1999 तक 4 साल के लिए सीएम बने थे।
बालासाहेब ठाकरे के थे सबसे भरोसेमंद
मनोहर जोशी बालासाहेब ठाकरे के सबसे भरोसेमंद नेता थे। बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि वो सीएम नहीं बनेंगे, यही कारण था कि उन्होंने अपने सबसे करीबी मनोहर जोशी को सीएम बनाया।लोकसभा स्पीकर भी बने मनोहर जोशी
सीएम बनने के बाद जोशी को साल 2002 में केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान लोकसभा स्पीकर भी बनाया गया था। उस समय शिवसेना और भाजपा में गठबंधन था। जोशी ने साल 2004 तक लोकसभा स्पीकर का पद संभाला था।
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