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TMC ने तीन बड़े चैनलों का किया बायकॉट, डिबेट में प्रवक्ता नहीं भेजने का एलान; ममता की पार्टी ने क्यों लिया यह फैसला?

तृणमूल कांग्रेस ने देश के तीन बड़े चैनलों का बहिष्कार करने का एलान किया है। पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक बयान भी जारी किया। इन चैनलों पर टीएमसी ने बंगाल विरोधी एजेंडा चलाने का आरोप लगाया है। अब इन चैनलों पर पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता नहीं दिखेंगे। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल मामले में घिरने के बाद टीएमसी ने यह फैसला लिया है।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Mon, 02 Sep 2024 12:41 PM (IST)
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी। (फाइल फोटो)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में घिरी ममता बनर्जी की पार्टी ने एक बड़ा फैसला लिया है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने तीन टीवी चैनलों पर बंगाल विरोधी एजेंडा चलाने का आरोप लगाया है। पार्टी ने यह भी फैसला किया है कि इन चैनलों की बहस में वह अपने आधिकारिक प्रवक्ताओं को नहीं भेजेगी।

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इन चैनलों का किया बहिष्कार

अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर टीएमसी ने इससे जुड़ा बयान जारी किया है। जिन चैनलों का पार्टी ने बहिष्कार किया है, उनमें एबीपी आनंदा, रिपब्लिक और टीवी9 का नाम शामिल है।

टीएमसी ने अपने बयान में क्या कहा?

अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने फिलहाल एबीपी आनंदा, रिपब्लिक और टीवी9 जैसे मीडिया चैनलों पर अपने प्रवक्ताओं को न भेजने का फैसला किया है, क्योंकि ये चैनल बंगाल विरोधी एजेंडे का प्रचार कर रहे हैं। हम दिल्ली के जमींदारों को खुश करने की उनकी मजबूरी को समझते हैं, क्योंकि उनके प्रमोटर और कंपनियों पर जांच और प्रवर्तन के मामले चल रहे हैं।

गुमराह न हों लोग

पार्टी ने आगे कहा कि हम यह भी स्पष्ट करते हैं और पश्चिम बंगाल के लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे चर्चा या बहस के दौरान इन प्लेटफार्मों पर पार्टी के समर्थक या हमदर्द के रूप में दिखाए गए व्यक्तियों से गुमराह न हों, क्योंकि वे पार्टी द्वारा अधिकृत नहीं हैं और हमारे आधिकारिक रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।

...तो इस वजह से लिया फैसला

टीएमसी का यह फैसला एबीपी आनंदा चैनल में हुई एक बहस के बाद सामने आया है। टीएमसी सांसद दस्तीदार ने डॉक्टरों से जुड़ा एक विवादित बयान एबीपी आनंदा न्यूज चैनल पर दिया था। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर खेद व्यक्त किया था। उन्होंने कहा था कि अगर मेरे हाल के शब्दों से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगती हूं। मैं अपना बयान वापस लेती हूं। मेरा इरादा हमेशा महिलाओं के कल्याण और अधिकारों की वकालत करना रहा है और रहेगा।

भाजपा विधायक से हुई थी बहस

एक टॉक शो में भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल और टीएमसी सांसद काकोली घोष दस्तीदार के बीच बहस हो गई थी। इस दौरान दस्तीदार ने पॉल को साड़ी बनाने वाला कहा था। जवाब में पॉल ने दस्तीदार के बयान की निंदा की थी और कहा था कि मुझे अपने पेशे पर गर्व है।

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