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'सरकार बदलने तक चुप नहीं बैठेंगे', शरद पवार ने भरी हुंकार; कहा- शिवाजी का ऐसा अपमान कभी नहीं हुआ

Maharashtra Politics सिंधुदुर्ग में शिवाजी की मूर्ति ढहने के मामले में एनसीपी (शप) प्रमुख शरद पवार ने एक बार फिर सरकार पर हमला बोला है। पवार ने मूर्ति निर्माण में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि शिवाजी महाराज का ऐसा अपमान पहले कभी नहीं हुआ। साथ ही शरद पवार ने हुंकार भरते हुए कहा कि सरकार बदलने तक चुप नहीं बैठेंगे।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Sun, 01 Sep 2024 11:45 PM (IST)
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पवार ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों को शिवाजी महाराज पर कोई विश्वास नहीं है। (File Image)

पीटीआई, मुंबई। अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को कहा कि जब तक महाराष्ट्र में महायुति सरकार अगले दो महीनों में सत्ता से बेदखल नहीं हो जाती और शिवाजी छत्रपति के आदर्शों पर नई सरकार नहीं बन जाती, तब तक विपक्ष चुप नहीं बैठेगा। सिंधुदुर्ग जिले में शिवाजी की मूर्ति के ढहने पर पवार ने राज्य सरकार पर निशाना भी साधा।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार मुंबई के घाटकोपर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पवार ने कहा कि राज्य में सत्ता में बैठे लोगों को शिवाजी महाराज पर कोई विश्वास नहीं है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति में भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा शामिल हैं।

'सरकार बदलने तक चुप नहीं बैठेंगे'

शरद पवार ने कहा, 'मैं आपको (पार्टी कार्यकर्ताओं को) विश्वास दिलाता हूं कि यदि आप अपनी एकता दिखाते हैं तो हम तब तक चुप नहीं बैठेंगे, जब तक कि अगले दो महीनों में महाराष्ट्र में सरकार नहीं बदल जाती और शिवाजी महाराज के आदर्शों पर एक नई सरकार नहीं बन जाती जो लोगों के हितों की रक्षा करेगी।'

पवार ने कहा कि मूर्ति निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन उनके पास इसका कोई सबूत नहीं है। उन्होंने पूछा कि लेकिन कोई मूर्ति कैसे गिरती है? इसका मतलब है कि मूर्ति की गुणवत्ता खराब हो गई। शिवाजी का इस सरकार में जिस तरह अपमान हुआ, वैसा कभी नहीं हुआ।

निर्माण में भ्रष्टाचार का लगाया आरोप

एजेंसी के मुताबिक शरद पवार ने पूछा कि सरकार कहती है कि नई प्रतिमा बनाई जाएगी, लेकिन जो नुकसान हुआ उसका क्या? राकांपा (शप) प्रमुख ने कहा कि प्रतिमा के निर्माण के दौरान गलत और भ्रष्ट निर्णय लिए गए। इससे पहले दिन में मूर्ति ढहने को लेकर पवार विपक्षी गुट महा विकास अघाड़ी (एमवीए) द्वारा दक्षिण मुंबई में हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक निकाले गए विरोध मार्च में शामिल हुए।