Night Curfew in Punjab: पांच बजे दुकानें बंद होने से कारोबार फीका, लुधियाना में 30 % तक गिरी सेल
Night Curfew in Punjab पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के राज्य महासचिव सुनील मेहरा ने कहा कि बाजारों की हालात बेहद खराब हो चुकी है इसकी मुख्य वजह समय सीमा में बदलाव किए जाना है। इसके साथ ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम भी धवस्त हो चुका है।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। Night Curfew in Punjab: पंजाब सरकार की ओर से कोविड के चलते लगाई समय की पांबदी का नुक्सान अब बाजारों में भी ग्राहकों की कम आमद के रुप में दिखने लगा है। लुधियाना के पुराने बाजारों में होलसेल का कारोबार होता है और यहां न केवल लुधियाना के साथ लगते कस्बों बल्कि मालवा के प्रमुख शहरों से कारोबारी खरीददारी करने के लिए आते हैं।
ऐसे में बाजारों में समय सीमा कम होने से अब शहर के साथ लगते कस्बों और दूसरे शहरों से कारोबारियों के कम आने से व्यापारी बेहद परेशान है। केवल करियाणा को छोड़ दें, तो बाकी कोे उत्पादों में बिक्री तीस से चालीस प्रतिशत तक गिर गई है। इसका मुख्य कारण समय कम होने के चलते ग्राहकों का बाजारों की ओर रूख कम करना है। इसके चलते कई कारोबारी अब खरीद को भी कम कर रहे हैं, क्योंकि स्टाक क्लीयरेंस न होने से सामान रखने के लिए जगह कम होना एक बड़ी वजह बन रहा है।
पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के राज्य महासचिव सुनील मेहरा ने कहा कि बाजारों की हालात बेहद खराब हो चुकी है, इसकी मुख्य वजह समय सीमा में बदलाव किए जाना है। इसके साथ ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम भी धवस्त हो चुका है। कारोबारी दूसरे शहरों और कस्बों से लुधियाना नहीं पहुंच पा रहे, ऐसे में कारोबारी की रफतार धीमी हो गए हैं। अगर यही हालात रहे, तो कारोबारी कोविड की बजाए काम धंधा चौपट होने से मर जाएंगे। चौड़ा बाजार शापकीपर एसोसिएशन के संजीव चौधरी के मुताबिक बाजारों की स्थिति बेहद खराब है। सरकार की ओर से समय पांच बजे किए जाने से कोई भी कारोबारी बाजारों में आने को तैयार नहीं है।
इसके चलते दुकानों की सेल तीस प्रतिशत तक गिर चुकी है। अगर यही हालात रहे, तो दुकानदारों के खर्च निकालने तक मुश्किल हो जाएंगे। सरकार को समय को लेकर दोबारा विचार कर इसमें बढ़ोतरी कर कम से कम सात बजे तक दुकाने खोलने का समय करना चाहिए। किताब बाजार एसोसिएशन के प्रधान जसपाल सिंह बंटी के मुताबिक पहले ही कारोबार बंद की तरह है और अब कुछ ग्राहक आने लगे थे, तो अब समय को पांच बजे तक कर दिया गया है। इससे कोई भी कारोबारी आने से परहेज कर रहा है, जो आने वाले दिनों में लुधियाना के बाजारों को गंभीर संकट में डाल देगा।