Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

राजस्थान के पूर्व मंत्री का फूटा दर्द, बोले- पत्नी और बेटा करते हैं मारपीट, मेरा 10 किलो सोना चुराया

राजस्थान के पूर्व मंत्री और भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह का परिवारिक विवाद बढ़ता ही जा रहा है। विश्वेंद्र ने शनिवार को भरतपुर के मथुरा गेट पुलिस थाने में पत्नी दिव्या सिंह और बेटे अनिरुद्ध के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज करवाया है। विश्वेंद्र ने आरोप लगाया है कि मां और बेटे ने पूर्व राजपरिवार के करोड़ों रुपये के सोने और हीरे के जवाहरात चोरी किए हैं।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Sun, 09 Jun 2024 06:00 AM (IST)
Hero Image
राजस्थान के पूर्व मंत्री का फूटा दर्द, बोले- पत्नी और बेटा करते हैं मारपीट

 जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के पूर्व मंत्री और भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह का परिवारिक विवाद बढ़ता ही जा रहा है। विश्वेंद्र ने शनिवार को भरतपुर के मथुरा गेट पुलिस थाने में पत्नी दिव्या सिंह और बेटे अनिरुद्ध के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज करवाया है।

विश्वेंद्र ने आरोप लगाया है कि मां और बेटे ने पूर्व राजपरिवार के करोड़ों रुपये के सोने और हीरे के जवाहरात चोरी किए हैं। विश्वेंद्र ने रिपोर्ट में कहा कि दिव्या और अनिरुद्ध ने भरतपुर के पूर्व राजपरिवार की सेरेमोनियल और परिवारिक धार्मिक ट्रस्ट का 10 किलो सोना और करोड़ों रुपये के हीरे-जवाहरात लाकर से निकाले हैं।

जयपुर से 10 किलो सोना खरीदा था

विश्वेंद्र ने कहा कि मैंने दो अप्रैल, 2011 को मोहित ज्वेलर्स जयपुर से 10 किलो सोना खरीदा था। यह सोना भरतपुर में रखने से सुरक्षित जगह नहीं था, इसलिए दिल्ली के लाकर में रखा था। यह लाकर उनके, दिव्या व अनिरुद्ध के संयुक्त नाम से था। विश्वेंद्र ने दावा किया कि लॉकर उनकी बिना अनुमति के 16 बार खोला गया है, जबकि संयुक्त लॉकर खोलने के लिए सहमति लेना आवश्यक होता है।

अदालत से लगाई गुहार

उल्लेखनीय है कि पिछले महीने में विश्वेंद्र ने पत्नी और बेटे पर भरतपुर उपखंड अधिकारी न्यायालय में प्रार्थना पत्र पेश कर आरोप लगाया था कि दोनों उन्हें भोजन नहीं देते हैं। मारपीट करते हैं। लोगों से मुलाकात नहीं करने देते। पैतृक संपत्ति पर कब्जा कर लिया । इस मामले में उपखंड अधिकारी न्यायालय में सुनवाई चल रही है। विश्वेंद्र ने पत्नी व बेटे से पांच लाख रुपये मासिक दिलाने की भी मांग इस प्रार्थना पत्र में की थी। उधर, दिव्या व अनिरुद्ध ने आरोप लगाया था कि विश्वेंद्र पूर्व राजपरिवार की संपत्ति बेचने में लगे हैं।