Chanakya Niti: ये तीन तरह के लोग जीवन में कभी नहीं होते हैं गरीब, हर समय रहते हैं खुश
चाणक्य कहते हैं कि पत्नी का वश में होना स्वर्ग समान सुख प्राप्त करना है। जिन पुरुषों की पत्नी वश में होती हैं। अपने पति के इच्छानुसार कार्य करती हैं। ऐसे लोग वाकई में धनवान होते हैं और पृथ्वी लोक पर ही स्वर्ग समान सुख भोगते हैं। इसी श्लोक के अंत में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ईश्वर द्वारा प्रदत धन से संतुष्ट रहने वाला इंसान भी धनवान होता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य अपनी रचना नीति शास्त्र और अर्थशास्त्र के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। उनकी नीतियों का पालन कर कोई भी व्यक्ति जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल कर सकता है। तत्कालीन समय में चन्द्रगुप्त मौर्य ने भी आचार्य चाणक्य की नीतियों का पालन कर नंद वंश का अंत किया। इतिहासकारों की मानें तो चाणक्य ने अखंड भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाई थी। आचार्य चाणक्य ने अपनी रचना नीति शास्त्र में पृथ्वी लोक पर स्वर्ग समान सुख प्राप्त करने वाले लोगों के बारे में भी जानकारी दी है। उनकी मानें तो तीन तरह के लोग अपने जीवन में कभी गरीब नहीं होते हैं और हमेशा प्रसन्न रहते हैं। आइए जानते हैं-
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विभवे यस्य सन्तुष्टिस्तस्य स्वर्ग इहैव हि ॥
आचार्य चाणक्य अपनी रचना नीति शास्त्र के दूसरे अध्याय के तीसरे श्लोक में कहते हैं कि जिन लोगों का पुत्र वश में होता है। आसान शब्दों में कहें तो जिनके पुत्र आज्ञाकारी होते हैं। अपने माता-पिता की हर बात मानते हैं। उनकी सेवा करते हैं। उनके कहे गए कार्यों को पूरा करते हैं। ऐसे माता-पिता या व्यक्ति जीवन में कभी गरीब नहीं होते हैं। वे अपने जीवन में हमेशा खुश रहते हैं।
इसके आगे चाणक्य कहते हैं कि पत्नी का वश में होना स्वर्ग समान सुख प्राप्त करना है। जिन पुरुषों की पत्नी वश में होती हैं। अपने पति के इच्छानुसार कार्य करती हैं। ऐसे लोग वाकई में धनवान होते हैं और पृथ्वी लोक पर ही स्वर्ग समान सुख भोगते हैं। इसी श्लोक के अंत में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ईश्वर द्वारा प्रदत धन से संतुष्ट रहने वाला इंसान भी धनवान होता है। ऐसे लोग अपने जीवन में हमेशा प्रसन्न रहते हैं। उन्हें कभी किसी चीज की कोई इच्छा नहीं रहती है। ये तीन तरह के लोग जीवन में हमेशा प्रसन्न रहते हैं।
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