Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Margashirsha Amavasya 2023: मार्गशीर्ष अमावस्या पर इन कार्यों के करने से मिलेगी पापों से मुक्ति, जानें

Margashirsha Amavasya 2023 इस अमावस्या पर पूजा और व्रत करने से पापों का नाश होता है। कहा जाता है जो साधक इस अवसर पर स्नान दान और अन्य धार्मिक अनुष्ठान करते हैं उनके सभी बिगड़े काम बन जाते हैं। माना जाता है कि इस दिन व्रत करने से सभी कष्टों का अंत होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Sun, 10 Dec 2023 10:51 AM (IST)
Hero Image
Margashirsha Amavasya 2023: मार्गशीर्ष अमावस्या पर किए जाते हैं ये काम

धर्म डेस्क,नई दिल्ली। Margashirsha Amavasya 2023: सनातन धर्म में अमावस्या का खास महत्व है। मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मार्गशीर्ष अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा और अनुष्ठान किए जाते हैं। इस बार मार्गशीर्ष अमावस्या 12 दिसंबर यानी मंगलवार के दिन मनाई जाएगी।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितरों को प्रसन्न करने के लिए यह दिन शुभ माना जाता है। तो चलिए इससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण अनुष्ठान के बारे में जानते हैं -

मार्गशीर्ष अमावस्या पर किए जाते हैं ये काम

मार्गशीर्ष अमावस्या पर, पितरों को जल चढ़ाना, गंगा स्नान, दान और अन्य अनुष्ठान जैसे विभिन्न कार्यों का विधान हैं। इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। ऐसे में सुबह उठकर किसी पवित्र नदी में जाकर स्नान करें और भगवान सूर्य को अर्घ्य दें। इसके बाद जल में तिल प्रवाहित करें और गायत्री मंत्र का जाप करें। इस दिन भगवान विष्णु और शिव जी की पूजा का भी विधान है।

कहा जाता है कि इस दिन पितरों की मोक्ष प्राप्ति के लिए तर्पण करना बहुत ही कल्याणकारी माना जाता है। साथ ही पूजा और अनुष्ठान के बाद किसी जरूरतमंद व्यक्ति या ब्राह्मण को दान अवश्य देना चाहिए।

मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व

इस अमावस्या पर पूजा और व्रत करने से पापों का नाश होता है। कहा जाता है, जो साधक इस अवसर पर स्नान, दान और अन्य धार्मिक अनुष्ठान करते हैं उनके सभी बिगड़े काम बन जाते हैं। माना जाता है कि इस दिन व्रत करने से सभी कष्टों का अंत होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार, इस दिन पितरों की पूजा करने से उनकी कृपा परिवार पर सदैव बनी रहती है।

यह भी पढ़ें: Ravi Pradosh Vrat 2023: आज शाम के समय करें भगवान शिव की आरती, मिलेगा धन-वैभव का आशीर्वाद

डिस्क्लेमर- 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी'।