Haj Suvidha App: हज यात्रियों को मिली सौगात! केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लॉन्च किया हज सुविधा ऐप
हज यात्रा को सुचारु रूप से चलाने के लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 3 मार्च को हज सुविधा ऐप (Haj Suvidha App) लॉन्च किया है। इसमें लोगों को ट्रेनिंग मॉड्यूल फ्लाइट डिटेल इमरजेंसी हेल्पलाइन डेस्क और हेल्थ सर्विस मिलेंगी। हज सुविधा ऐप 10 भाषाओं में हज प्रशिक्षण देगा। इसमें हिंदी उर्दू अंग्रेजी बांग्ला और कन्नड सहित कई अन्य लैंग्वेज शामिल हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। हज यात्रा को सुचारु रूप से चलाने के लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 3 मार्च को हज सुविधा ऐप (Haj Suvidha App) लॉन्च किया है। इसमें लोगों को कई तरह की जानकारी मिलगी। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार हज यात्रा पर जाने वाले लोगों को सुविधाएं देने का काम कर रही हैं। आइए इस ऐप के बारे में जान लेते हैं।
क्या काम करेगा Haj Suvidha App
समन्वय, सुगमता और बढ़ता विश्वास!🕋
देश के यशस्वी पीएम @narendramodi जी के नेतृत्व में, हज यात्रा पर जाने वाले भारतीयों को बेहतर सुविधा प्रदान करने एवं उनके लिए यात्रा सरल, सुखद एवं सुरक्षित बनाने की दिशा में @MOMAIndia ने एक अहम प्रगति की है। हज 2024 हेतु आज विज्ञान भवन, नई… pic.twitter.com/jV1LyhEKhz— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) March 3, 2024
इस ऐप को लोगों को यात्रा के दौरान आने वाली परेशानी को दूर करना है। इसमें वार्षिक तीर्थयात्रा पर जाने वाले लोगों को जरूरी जानकारी, प्रशिक्षण मॉड्यूल, फ्लाइट की जानकारी और रहने की सुविधा जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं तक सीधी पहुंच प्रदान करेगा।
- ट्रेनिंग मॉड्यूल
- फ्लाइट डिटेल
- इमरजेंसी हेल्पलाइन डेस्क
- हेल्थ सर्विस
10 भाषाओं में मिलेगी हज गाइड
हज सुविधा ऐप लोगों को जानकारी देने के लिए 10 भाषाओं में हज प्रशिक्षण देगा। इसमें हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी, बांग्ला और कन्नड सहित कई अन्य लैंग्वेज शामिल हैं। इसमें यूजर्स के किसी भी स्थिति में हेल्पडेस्क की सुविधा मिलेगी। लोग कंट्रोल रूम के साथ अपनी परेशानी को सीधे तौर पर साझा कर पाएंगे।
स्मृति ईरानी ने क्या कहा?
स्मृति ईरानी इस ऐप लॉन्च पर कहा कि मोदी सरकार में नारी सशक्तिकरण का संकल्प आज के समय में जमीनी हकीकत है। यह हर भारतीय के लिए खुशी की बात है कि हमारी सरकार ने मुस्लिम बहनों के लिए बिना मेहरम हज जाने का प्रावधान किया, परिणामस्वरूप वर्ष 2023 में 4300 से अधिक महिलाओं ने बिना मेहरम सफल हज यात्रा की। इस वर्ष 5160 से अधिक महिलाएं बिना मेहरम हज यात्रा पर जाएंगी।