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तिरुपति लड्डू में मिलावट मिलने से साधु-संतों में उबाल, मौनी महाराज ने कहा- यह अंतरराष्ट्रीय साजिश है

तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू में मछली का तेल और जानवरों की चर्बी मिलने से हंगामा मच गया है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की रिपोर्ट में हुआ खुलासा होने से संतों में उबाल है। सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। मौनी महाराज ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय साजिश है और सनातन धर्म पर हमला है। सरकार गंभीरता से इस मामले की जांच करें।

By Pawan Kumar Yadav Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 20 Sep 2024 04:51 PM (IST)
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मौनी महाराज - फाइल फोटो . .

संवादसूत्र, जागरण, अमेठी। सनातनियों की आस्था का केंद्र आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू में मछली का तेल व जानवरों की चर्बी मिलने की बात सामने आने के बाद से हंगामा मचा हुआ है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में मछली का तेल और जानवरों की चर्बी मिलने की पुष्टि की है।

अयोध्या के राम मंदिर उद्घाटन पर तिरुपति मंदिर से एक लाख लड्डुओं का प्रसाद आया था। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद से संतों में उबाल है। जिले के पुजारी व साधु-संतों में रोष देखने को मिल रहा है। मौनी महाराज ने कहा कि इस जांच में पता चला है कि तिरुपति के प्रसाद में बीफ और मछली का तेल मिलाया गया है। यह कब से हो रहा है, यह अभी तक पता नहीं चल पाया है।

यह अंतरराष्ट्रीय साजिश है और सनातन धर्म पर हमला है। यह बहुत दुखदाई मामला है। सरकार गंभीरता से इस मामले की जांच करें। ऐसे करने वाले लोग को फांसी दिया जाए। जिनका शुद्धिकरण हो, उन दुकानदारों को ही लड्डू बेचने का लाइसेंस दिया जाए। प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाना धार्मिक रूप से अक्षम्य और बहुत बड़ा अपराध है। यह षड्यंत्र है। अगर ऐसे लोगो पर कार्यवाई नहीं हुई तो देश भर में बड़ा आंदोलन होगा।

स्वामी कृष्णानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि लगातार हिंदुओं की आस्था पर घात किया जा रहा है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय भी लाखों लड्डू तिरुपति से आए थे। प्रसाद में मिलावट वाली बात कष्टदायक है। टीकरमाफी आश्रम के महंत स्वामी दिनेशानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि इस तरह के बर्ताव को अब साधु संत कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। आंध्र प्रदेश में जो घटना हुई है, वह बहुत ही घिनौनी है।

इस तरह के घटना को अंजाम देने वाला देशद्रोही हैं। करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचा है। इसकी जांच कर अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए। कालिकन धाम के पुजारी श्री महाराज ने कहा कि अपराध को करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। किसी संप्रदाय के धर्म को भ्रष्ट नहीं किया जाना चाहिए।

कहा कि सरकार लालच की वजह से मठ-मंदिरों को विधर्मियों के हाथों में सौंप देती हैं। मंदिरों का संचालन संतों के जिम्मे किया जाना चाहिए। बालीवुड के माध्यम से भी लगातार देवी-देवताओं, साधु-संत, ब्राह्मणों का अपमान किया जाता है। अब यह बर्दाश्त की सीमा से बाहर है। सरकार को मंदिरों का प्रबंधन तुरंत साधु-संतों के हाथ में सौंप देनी चाहिए, अगर ऐसा नहीं होता है तो पूरे देश के साधु-संत आंदोलन करेंगे।

क्या है मामला

आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में मछली का तेल और जानवरों की चर्बी मिलने की पुष्टि हुई है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के तहत सेंटर आफ एनालिसिस एंड लर्निंग इन लाइवस्टाक एंड फूड (सीएएलएफ) लैब की एक रिपोर्ट में इसका राजफाश हुआ है।

एनडीडीबी की रिपोर्ट के मुताबिक, तिरुपति मंदिर में लड्डुओं का प्रसाद तैयार किया जाता है, उसमें बीफ की चर्बी, दूसरे जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिला है। ये सब कुछ उस घी में मिला है। जिससे लड्डू तैयार किया जाता है। हैरान करने वाली बात यह है कि प्रसाद के तौर इन लड्डुओं को न सिर्फ श्रद्धालुओं को बांटा गया, बल्कि भगवान को भी प्रसाद के तौर पर यही लड्डू चढ़ाया जाता रहा।

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