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कुएं में गिरी चप्पल निकालने के लिए उतरे तीन युवकों की मौत, एक के बाद एक उतरते गए और होते गए बेहोश...; मचा कोहराम

बांदा में एक सूखे कुएं में जहरीली गैस की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई। किसान कुएं में लगी लोहे की गाटर को काट रहा था तभी चप्पल कुएं में गिर गई। उसे निकालने के लिए वह कुएं में उतरा लेकिन जहरीली गैस की वजह से बेहोश हो गया। उसे बचाने के लिए दो मजदूर भी कुएं में उतरे लेकिन वे भी बेहोश हो गए।

By sujit dixit Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Sun, 22 Sep 2024 06:49 PM (IST)
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जहरीली गैस के प्रभाव से सूखे कुएं में बेहोश पड़े किसान व दोनों मजदूर। ग्रामीण
जागरण संवाददाता, बांदा। सूखे कुएं के बीच में लगी लोहे की गाटर काटने व सफाई के दौरान गिरी चप्पल को निकालने के लिए नीचे उतरे किसान व दो मजदूरों की जहरीली गैस के प्रभाव से मौत हो गई। तीनों बारी-बारी से कुएं में रस्से के सहारे नीचे उतरे थे। घटना को लेकर अफरा-तफरी मच गई।

किसी अन्य के नीचे उतरने की हिम्मत नहीं हुई। आक्सीजन मास्क व सिलेंडर लगाकर डेढ़ घंटे बाद दमकल कर्मियों ने रेस्क्यू कर तीनों को बाहर निकाला। जहां से उन्हें रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज ले जाया गया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया है। उन्हें आर्थिक मदद दिलाए जाने का आश्वासन दिया है।

बिसंडा थाना के ग्राम बड़ागांव का मजरा शंकर पुरवा निवासी सेवानिवृत शिक्षक मोहनलाल पटेल के कुएं में पहले बोर लगा था। लेकिन इधर करीब दस वर्षों से बोर फेल होने के साथ कुआं सूखा पड़ा था।

रविवार सुबह करीब दस बजे रिटायर्ड शिक्षक का 40 वर्षीय पुत्र किसान अनिल मजदूरों से आधे बंद कुएं की सफाई कराने के साथ उसमें करीब दस फीट नीचे लगी गाटर ग्लेंडर मशीन से कटवा रहे थे। इसी बीच अचानक अनिल की चप्पल नीचे कुएं में गिर गई। जिसको निकालने के लिए अनिल रस्से के सहारे नीचे उतरा तो वहां जहरीली गैस की वजह से वह बेहोश हो गया।

जहरीली गैस के प्रभाव से कुएं में बेहोश हुए लोगों को रस्सियों की मदद से बाहर निकालती पुलिस व दमकल कर्मी। ग्रामीण

उसे बेहोश होता देखकर पड़ोसी 19 वर्षीय मजदूर संदीप वर्मा पुत्र राजाराम नीचे उतरा तो वह भी बेहोश होकर गिर गया। तीसरे नंबर में 21 वर्षीय मजदूर बाला वर्मा पुत्र तिजोला भी नीचे उतरने में बेहोश हो गया। जबकि अनिल का चचेरा भाई महेंद्र पटेल व गांव का बउआ नीचे उतरे तो आधे रास्ते से उनकी हालत बिगड़ना शुरू हो गई। इससे वह नीचे नहीं उतरे।

गांव के रामबाबू वर्मा व महेंद्र आदि ने तुरंत थाने व डायल 112 समेत दमकल कर्मियों को घटना की सूचना दी। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। बिसंडा थाना निरीक्षक श्यामबाबू शुक्ला व डायल 112 टीम ने तीनों को बाहर निकलवाने का प्रयास किया। लेकिन सफल नहीं हुए।

बबेरू से दमकल कर्मी पहुंचे, पर आक्सीजन सिलेंडर व मास्क न होने से बात नहीं बनी। बांदा शहर से सीएफओ मुकेश कुमार की टीम ने रेस्क्यू शुरू किया। दमकल कर्मी मनोज आक्सीजन सिलिंडर व मास्क के साथ नीचे उतरा। जिसमें तीनों को रस्से के सहारे बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया।

इस बीच एडीएम राजेश कुमार,एसडीएम नमन मेहता, सीओ राजबीर सिंह, बबेरू कोतवाली प्रभारी बलराम सिंह ने ग्रामीणों से घटना के बारे में जानकारी की। तीनों को बेहोशी की हालत में रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें देखकर मृत घोषित कर दिया।

एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि जहरीली गैस की वजह से कुएं में उतरे तीन लोगों की मौत की जानकारी मिली थी। उन्हें दमकल टीम की मदद से बाहर निकलवाकर कागजी कार्रवाई कराई गई है। एडीएम ने बताया कि मौत कैसे हुई है। यह तो चिकित्सक पोस्टमार्टम के बाद ही बता सकेगें। पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद दिलाए जाने की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।

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