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Basti News: भाजपा नेता ने स्टाफ नर्स द्वारा फर्जी मुकदमे में फंसाने का लगाया आरोप

आरोप लगाया कि स्टाफ नर्स द्वारा खुद उन्हें अपशब्द कहा गया और फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी दी गई।मंगलवार को सूरज की अगुवाई में भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल डीएम प्रियंका निरंजन से मिलकर इस संबंध में प्रार्थना पत्र देकर मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की।

By Nitesh SrivastavaEdited By: Nitesh SrivastavaUpdated: Tue, 13 Jun 2023 05:51 PM (IST)
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तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। जागरण

जागरण संवाददाता, बस्ती: भाजपा नेता सूरज ने बताया कि जिला अस्पताल के स्टाफ नर्स द्वारा लगाए गए आरोप निराधार है। उन्हें फर्जी मुकदमें में फंसाया गया है। बताया कि उनके द्वारा स्टाफ नर्स से न कोई अभद्रता की गई और न ही छेड़खानी।

आरोप लगाया कि स्टाफ नर्स द्वारा खुद उन्हें अपशब्द कहा गया और फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी दी गई।मंगलवार को सूरज की अगुवाई में भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल डीएम प्रियंका निरंजन से मिलकर इस संबंध में प्रार्थना पत्र देकर मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की।

पत्र में बताया कि 10 जून को उनके साथी संदीप यादव को उनके चालक ने सीने में दर्द और घबराहट की शिकायत पर रात 8.30 बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों द्वारा सिर्फ ग्लूकोज चढ़ा कर छोड़ दिया गया। वो दर्द और तड़प से कहराते रहे थे। उनके चालक ने 10. 45 पर फ़ोन किया और स्तिथि से अवगत कराया।

बताया कि नर्स उसके साथ अभद्रता कर रही है। जातिसूचक शब्द भी कह रही है। जिसकी शिकायत पूर्व में चालक उदयभान द्वारा दिया जा चुका है जिसपर अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है।

रात में 12.05 बजे जिला अस्पताल पहुंचे। मरीज दर्द से कराह रहा था लेकिन कोई चिकित्सक देखने नहीं आ रहा था। नर्स के ड्यूटी रूम में गया वहां मौजूद नर्स सीमा से डाक्टर के विषय में पूछा गया तो वह बोली जाओ बाहर होंगे ढूढ लो।

उसके बाद आग्रह किया कि इस तरह से आप बात मत करिए। जिस पर वह आक्रोशित हो गयी। अपशब्द कहते हुए चिल्लाने लगी। तभी आवाज सुनकर अन्य मरीजो के परिजन भी आ गए।

गहमा गहमी की स्तिथि बन गई। इस दौरान न ही किसी मरीज के परिजन न ही अन्य लोगो से कोई धक्का मुक्की हुई। स्टाफ नर्स ने फर्जी मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी।

इसकी बात की जानकारी वह तुरंत फोन करके चौकी इंचार्ज अस्पताल को दी। चौकी इंचार्ज ने नर्सो को एसआइसी आलोक वर्मा को फ़ोन करने को कहा। जिस पर नर्सो ने कहा कि एसआइसी का फ़ोन नही उठा रहा है।

मरीज को देखने करीब 10 मिनट बाद आए डा. सतीश ने नर्स से बोला कि पर्चे पर फिजिशियन को बुलाने को कहा गया तो क्यो नही बुलाया। जिसका जवाब नर्स नहीं दे पाई। उसके बाद मरीज को लेकर वह एक प्राइवेट अस्पताल में चले गए।

जिला अस्पताल प्रबंधन ने उनके ऊपर छेड़छाड़ व मरीजों की आकस्मिक सेवा के साथ लापरवाही करने सहित अन्य मामलों में फर्जी मुकदमा दर्ज कराया। डीएम ने मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।