Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

बिजनौर में जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, 13 दुकानों पर लगाई सील; नक्शा और मालिकाना हक का विवाद

बिजनौर में जिला प्रशासन ने 13 दुकानों पर कार्रवाई करते हुए उसे सील कर दिया है। दुकानदारों का कहना है कि दुकानें वक्फ संपत्ति हैं और 1986 में बनी थीं तब नक्शा पास कराने का प्रावधान नहीं था। कलक्ट्रेट के पास स्थित दुकानों के मालिकाना हक और नक्शा आदि को लेकर जिला प्रशासन ने दुकान संचालकों को नोटिस जारी किया था।

By Jagran News Edited By: Riya Pandey Updated: Sat, 14 Sep 2024 02:51 PM (IST)
Hero Image
प्रशासन ने 13 दुकानों को किया सील

जागरण संवाददाता, बिजनौर। कलक्ट्रेट के पास स्थित 13 दुकानों को जिला प्रशासन की टीम ने शनिवार की सुबह अचानक से पुलिस फोर्स के साथ पहुंचकर सील कर दिया। अचानक से हुई कार्रवाई से व्यापारियों में हलचल मच गई।

व्यापारी एकत्रित होकर मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का विरोध किया लेकिन जिला प्रशासन की टीम ने सभी 13 दुकानों को सील कर दिया। अब व्यापारी जहां नक्शा न होने और दुकानें वक्फ संपत्ति में दर्ज होने की बात कह रहे हैं वहीं अधिकारी विनियिमत क्षेत्र बिना नक्शा पास कराए बनाई दुकानों को सील करने की कार्रवाई को सही बता रहे हैं। 

1986 में नक्शा पास कराने की नहीं थी व्यवस्था

कलक्ट्रेट के पास स्थित दुकानों के मालिकाना हक और नक्शा आदि को लेकर जिला प्रशासन ने दुकान संचालकों को नोटिस जारी किया था। जबकि दुकान संचालकोंं ने नोटिस का जवाब देते हुए बताया कि दुकानें वक्फ संपत्ति हैं और ऐसे में मालिकाना हक से संबंधित जवाब वक्फ के मुत्तवली ही जवाब दे सकते हैं। दुकान संचालकों ने यह भी बताया कि दुकानें 1986 में बनी थी, तब नक्शा पास कराने की व्यवस्था नहीं थी।

उधर, जिला प्रशासन ने वक्फ के मुत्तवली को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा, लेकिन स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी। जिस के बाद 24 अगस्त को दुकानों पर कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए गए।

यह भी पढ़ें- UP News: स्कूल कैंपस में तेंदुआ देख मचा हड़कंप, शिक्षक और कर्मचारियों ने क्लास में छुपकर बचाई जान

 

शनिवार की सुबह एसडीएम सदर अवनीश कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और सभी 13 दुकानों पर सील लगा दी। उधर, सील लगाए जाने की सूचना पर पहुंचे दुकान संचालकों ने अपनी बात रखते हुए विरोध दर्ज कराया, लेकिन दुकानों को सील होने से नहीं बचा सके।

सभी को नोटिस जारी कर मांगा गया था सबूत

दुकान संचालक जैनुद्दीन ने बताया कि हमने अपना पक्ष अधिकारियों के समक्ष रखा, लेकिन हमारी बात को नहीं सुना गया। जबकि एसडीएम अवनीश कुमार ने बताया कि सभी नोटिस जारी कर उनसे साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था। लेकिन किसी ने भी नोटिस का जवाब स्पष्ट नहीं दिया। जिस कारण कार्रवाई की गई।

यह भी पढ़ें- बिजनौर में इन 132 पुलिसवालों को वेतन की नहीं चिंता; अभी तक नहीं दिया संपत्ति का विवरण, एसपी ने दी हिदायत