जम्मू-कश्मीर में एक साथ विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी सपा-कांग्रेस! अखिलेश की पार्टी सात सीटों पर अकेले दिखाएगी दम
यूपी में बेहतर प्रदर्शन के बाद समाजवादी पार्टी अब राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त करने के लिए कई राज्यों में अपना विस्तार करने की तैयारी कर रही है। पार्टी ने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने की रणनीति बनायी है। अब पार्टी जम्मू-कश्मीर के चुनावी दंगल में भी उतरने जा रही है। सपा जम्मू-कश्मीर की सात सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ सकती है।
निशांत यादव/राज्य ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव के परिणाम से उत्साहित समाजवादी पार्टी अब राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त करने के लिए कई राज्यों में अपना विस्तार करने की तैयारी कर रही है। सपा ने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने की रणनीति बनायी है। अब पार्टी जम्मू-कश्मीर के चुनावी दंगल में भी उतरने जा रही है।
सपा जम्मू-कश्मीर की सात सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ सकती है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनावी तैयारी के लिए जियालाल वर्मा को जम्मू-कश्मीर का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। जियालाल वर्मा ने प्रत्याशियों के नामों की सूची भी अखिलेश यादव को उपलब्ध करा दी है। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष जियालाल वर्मा विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी की औपचारिक घोषणा बुधवार को कर सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर की सात सीटों पर चुनाव लड़ सकती है सपा
सपा जम्मू-कश्मीर की मुस्लिम बहुल जिन सात विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। उसमें पुलवामा, राजपोरा, कुलगाम, सोपोर, अनंतनाग, और किश्तवाड़ विधानसभा सीट शामिल हैं। कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ रही है। ऐसे में समाजवादी पार्टी को जम्मू-कश्मीर में गठबंधन में कोई सीट मिले, इसकी उम्मीद कम है।
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी बताते हैं कि पार्टी पहले भी जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ चुकी है। पूर्व विधायक व सांसद रहे शेख अब्दुल रहमान सपा के जम्मू-कश्मीर के पिछली बार प्रदेश अध्यक्ष थे। सपा का संगठन जम्मू-कश्मीर में सक्रिय है। ऐसे में पार्टी विधानसभा चुनाव में अपने लिए मजबूत मानी जा रही सात सीटों पर अपने ही चिन्ह पर प्रत्याशी उतारेगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जियालाल वर्मा को प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत करते हुए यह जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं, सपा के जम्मू-कश्मीर के प्रदेश अध्यक्ष जियालाल वर्मा का कहना है कि विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी जल्द ही घोषित होंगे। एक सूची बनायी गई है जिसपर राष्ट्रीय अध्यक्ष को निर्णय लेना है। प्रत्याशी तय होते हुए अखिलेश यादव के कार्यक्रम भी मांगे जाएंगे।
ये भी पढ़ें -