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UP Politics: लोकसभा चुनाव परिणाम से भाजपा ने ली सीख, सरकार-संगठन में वंच‍ितों की भागीदारी बढ़ाने की तैयारी

भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने लखनऊ प्रवास पर थे। उन्‍होंने पार्टी मुख्यालय में एससी मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ बैठक में लोकसभा चुनाव में हार के कारणों की पड़ताल की। इस दौरान टिकट वितरण में लापरवाही व संविधान बदलने को लेकर विपक्ष का प्रचार हार का बड़ा कारण बताया गया। लोकसभा चुनाव परिणाम से सीख लेते हुए पार्टी अब नई तैयारी कर रही है।

By Manoj Kumar Tripathi Edited By: Vinay Saxena Updated: Mon, 08 Jul 2024 11:36 AM (IST)
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भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष।- फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव के परिणाम से सीख लेते हुए भाजपा ने दलितों में नए सिरे से पैठ बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए सरकार व संगठन में दलितों की भागीदारी बढ़ाई जाएगी। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने लखनऊ प्रवास के दूसरे दिन पार्टी मुख्यालय में एससी मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ बैठक में लोस चुनाव में हार के कारणों की पड़ताल की। मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि टिकट वितरण में लापरवाही व संविधान बदलने को लेकर विपक्ष का प्रचार हार का बड़ा कारण बना है।

उन्होंने मोर्चा के पदाधिकारियों से स्पष्ट तौर पर हार के कारणों के बारे में पूछा। कहा कि केंद्र सरकार दलितों व पिछड़ों के उत्थान के लिए तमाम योजनाएं चला रही है। इसके बाद भी वंच‍ित व पिछड़े वर्ग के तमाम मतदाताओं ने पार्टी से दूरी बना ली।

पदाधि‍कार‍ियों ने बताया हार का कारण

मोर्चा पदाधिकारियों ने कहा कि उम्मीदवारों व कार्यकर्ताओं में समन्वय की कमी हार का बड़ा कारण रहा। इसके अलावा विपक्ष के संविधान बदलने के दुष्प्रचार को लेकर दलितों को जागरूक नहीं किया जा सका। उम्मीदवारों को टिकट देने से पहले स्थानीय नेताओं की राय को तवज्जो नहीं दी गई, जिसके चलते कार्यकर्ता नाराज हो गए और प्रचार से दूरी बना ली। बैठक में दलितों में नए सिरे से पैठ बनाने के निर्देश दिए गए। साथ ही इस बात पर भी जोर दिया गया कि सरकार व संगठन में वंच‍ितों की भागीदारी बढ़ाई जाए।

उन्होंने मीडिया व सोशल मीडिया विभाग के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक की और निर्देश दिए कि विभिन्न मुद्दों पर पूरी तैयारी के साथ लोगों के बीच जाएं। विपक्ष के दुष्प्रचार का मजबूती और तथ्यों के साथ जवाब दें, जिससे लोगों के सामने सच्चाई आ सके। राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) ने शनिवार को भी दो बैठकें करके हार के कारणों की समीक्षा की थी। प्रदेश महामंत्रियों व क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ शनिवार को हुई बैठक में भी यही मुद्दे उठे थे कि टिकट वितरण में लापरवाही के अलावा कार्यकर्ताओं की नाराजगी तथा विपक्ष का दुष्प्रचार हार का बड़ा कारण रहे हैं। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी व प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह सहित अन्य नेता मौजूद थे।

विस उप चुनाव में जीतने वाले उम्मीदवारों को मिलेगा टिकट

बैठक में इस बात पर भी विचार किया गया कि उप्र की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव में सिफारिश की बजाय जीतने वाले उम्मीदवारों को ही चुनावी मैदान में उतारा जाए। उप चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। साथ ही तय किया गया कि टिकट वितरण से पहले स्थानीय नेताओं की राय जरूर ली जाएगी।

अहंकार से दूर रहने का सबक दिया

बीएल संतोष ने भाजपा नेताओं से कहा कि अहंकार से दूरी बना कर रखें। सभी को पद नहीं दिए जा सकते हैं, लेकिन समर्पित होकर चलने से समय आने पर पार्टी आगे आने का मौका भी देती है। उन्होंने कहा कि निराश न हों, बल्कि अपनी कमियों से सीख लेकर आगे बढ़ें।

नहीं हो रही कार्यकर्ताओं की सुनवाई

दो दिनों में अलग-अलग हुई पांच बैठकों में यह मुद्दा भी उठाया गया कि स्थानीय स्तर पर नेताओं व कार्यकर्ताओं की अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। इसकी वजह से नेताओं व कार्यकर्ताओं में निराशा फैल गई और वह चुनाव में प्रचार के लिए निकले ही नहीं।

प्रदेश कार्यसमिति की बैठक की तैयारियों पर चर्चा

दो दिन के प्रवास में उन्होंने लखनऊ में 14 जुलाई को होने वाली प्रदेश कार्यसमिति की बैठक की तैयारियों की भी समीक्षा की। इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे। बैठक में पार्टी द्वारा चलाए जाने वाले आगामी अभियानों की रूपरेखा तय की जाएगी। इनमें पौधारोपण के साथ-साथ सदस्यता अभियान भी शामिल है।

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