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लखनऊ में रेलवे स्टेशन तक कार चढ़ाने का मामला, मंत्री के ड्राइवर ने किया सरेंडर; निजी मुचलके पर रिहा

Minister Dharampal Singh Car पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह को ट्रेन पकड़ने के लिए पैदल न चलना पड़े इसलिए उनकी कार गुरुवार को दिव्यांगों के रैंप से होते हुए रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म तक पहुंचा दिया था। इस मामले में आज कार सहित मंत्री के ड्राइवर ने सरेंडर क‍र द‍िया। ज‍िसके बाद उसे निजी मुचलके पर रिहा कर द‍िया गया है।

By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj MishraUpdated: Thu, 31 Aug 2023 03:12 PM (IST)
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Minister Dharampal Singh Car Case: ड्राइवर को न‍िजी मुचलके पर क‍िया र‍िहा

लखनऊ, जागरण संवाददाता। प्रदेश के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह की कार को चारबाग स्टेशन के दिव्यांग रैंप से होते हुए प्लेटफार्म पर स्थित एस्केलेटर तक ले जाने वाले उनके ड्राइवर ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) थाने पर आत्मसमर्पण कर दिया। यहां उसके बयान दर्ज होने के बाद उसे निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।

बीती 23 अगस्त को शाम चार बजे मंत्री धर्मपाल सिंह ट्रेन 13005 हावड़ा-अमृतसर पंजाब मेल से बरेली की यात्रा करने के लिए अपने काफिले के साथ चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। पंजाब मेल चारबाग स्टेशन पर अपने नियत प्लेटफार्म नंबर चार पर आयी थी। मंत्री को प्लेटफार्म नंबर चार तक पैदल न चलना पड़े, इसके लिए रेलवे न्यायालय के ठीक सामने दिव्यांग रैंप से चढ़ते हुए उनकी सरकारी कार यूपी32-ईजी-5526 सीधे एस्केलेटर तक पहुंच गई थी।

मंत्री की कार प्लेटफार्म तक पहुंचते ही वहां अफरातफरी मच गई थी। दैनिक जागरण ने 24 अगस्त के अंक में " पैदल चलने से बचना था तो चारबाग स्टेशन पर एस्केलेटर तक पहुंचा दी मंत्री की कार " शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर प्रकाशित हाेने के बाद रेलवे में हड़कंप मच गया। वहीं सियासत भी गरमा गई।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस पर लिखा कि " अच्छा हुआ ये बुलडोजर से स्टेशन नहीं गए थे "। रेलवे ने आनन फानन में कार के नंबर के आधार पर अज्ञात चालक के खिलाफ गलत पार्किंग के आरोप में रेलवे एक्ट की धारा 159 के तहत मामला दर्ज कर लिया था। मामला दर्ज करने के बाद आरपीएफ ने कार नंबर के आधार पर अज्ञात ड्राइवर को नोटिस जारी की थी।

प्लेटफार्म पर कार चढ़ाने वाले मंत्री धर्मपाल सिंह के ड्राइवर की पहचान माल एवेन्यू निवासी प्रशांत कुमार सिंह के रूप में हुई थी। ड्राइवर ने प्लेटफार्म पर चढ़ने वाली कार सहित आरपीएफ के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आरपीएफ ने ड्राइवर का बयान दर्ज करके उसे निजी मुचलके पर छोड़ दिया है। उत्तर रेलवे की वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि मंत्री के ड्राइवर के खिलाफ आरपीएफ ने मुकदमा दर्ज किया था। कार सहित ड्राइवर ने आत्मसमर्पण कर दिया। मौके पर ही ड्राइवर को जमानत दे दी गई।