पुलिस को देख 'थर-थर कांपने लगे' दो युवक… बैग में रखी थी ऐसी दवा, तलाशी लेते ही हो गए गिरफ्तार
फैंसीडिल कफ सिरप बेच रहे दो आरोपियों को एसटीएफ ने कैंपवेल रोड से गुरुवार को गिरफ्तार किया। यह कफ सिरप नशे में इस्तेमाल किए जाते हैं। दोनों आरोपी बांग्लादेश पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों कफ सिरप को सप्लाई कर रहे थे। एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक लाल प्रताप सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपी तालकटोरा निवासी पवन गुप्ता और शैलेंद्र आर्या हैं।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। अवैध रूप से फैंसीडिल कफ सिरप बेच रहे दो आरोपियों को एसटीएफ ने कैंपवेल रोड से गुरुवार को गिरफ्तार किया। यह कफ सिरप नशे में इस्तेमाल किए जाते हैं। दोनों आरोपी बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों कफ सिरप को सप्लाई कर रहे थे।
दोनों के पास से चार मोबाइल समेत अन्य माल बरामद किया। एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक लाल प्रताप सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपी तालकटोरा निवासी पवन गुप्ता और शैलेंद्र आर्या हैं।
सील गोदाम से उड़ाई थी कफ सिरप
पूछताछ में दोनों बताया कुछ लोगों के साथ मिलकर फैंसीडिल कफ सिरप को फर्जी बिल की मदद से मंगवाकर पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश समेत अन्य राज्यों में सप्लाई कराते हैं। इसमें उनका अच्छा मुनाफा होता है।इसकी जानकारी खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को हो गई थी। टीम ने आठ आठ अप्रैल को इनके गोदाम को सील कर दिया था। पकड़े जाने के डर से दोनों फरार हो गए थे। गोदाम में भारी मात्रा में फैंसीडिल कफ सिरप की पेटियों बची हुई थी।
ऐसे में टीम के जाने के बाद मौका देख सील तोड़कर बचा हुआ कफ सिरप गायब कर दिया था। इसकी जानकारी होने पर दोनों की तलाश की जा रही थी। गुरुवार को कैंपवेल रोड से दोनों को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ द्वारा आगे की जांच की जा रही है।
18 अप्रैल को पकड़ा था फैंसीडिल कफ सिरप
एसटीएफ ने बताया कि नशे के लिए कफ सिरप व दवाओं को अन्य प्रदेश व देशों में सप्लाई करने वाला गिरोह सक्रिय है। इसके लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के साथ अभियान चलाया जा रहा है।
इस अभियान के तहत बीते 18 अप्रैल को एक ट्रक से फैंसीडिल कफ सिरप सप्लाई किया जा रहा था। सूचना के आधार पर ट्रक को कब्जे में लेकर एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
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