UP Vidhan Parishad By Election : उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की दो रिक्त सीटों पर 11 को उप चुनाव, एक को नामांकन का अंतिम दिन
UP Vidhan Parishad By Election विधान परिषद के खाली दो सीट पर 25 जुलाई को उपचुनाव की अधिसूचना जारी होगी। इसके लिए एक अगस्त को नामांकन करने का अंतिम तिथि है। मतदान 11 अगस्त को होगा। विधान परिषद सदस्य का कार्यकाल पांच मई 2024 तक रहेगा।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Mon, 18 Jul 2022 07:00 PM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में रिक्त विधान परिषद की दो सीटों पर उप चुनाव 11 अगस्त को होगा। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे अहमद हसन के निधन तथा भाजपा के ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफा देने से खाली सीट पर उप चुनाव होना है। नेता प्रतिपक्ष रहे अहमद हसन के निधन 19 फरवरी को हो गया था जबकि ठाकुर जयवीर सिंह ने एमएलए बनने के कारण 24 मार्च को विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया था। अहमद हसन की सीट का कार्यकाल 30 जनवरी 2027 व जयवीर की सीट का कार्यकाल पांच मई 2024 तक है।
भारत निर्वाचन आयोग ने एमएलसी की दोनों ही रिक्त सीटों के उपचुनाव का कार्यक्रम सोमवार को जारी कर दिया। आयोग ने दोनों सीट के लिए अलग-अलग उपचुनाव कराने की घोषणा की है। विधान सभा कोटे की इन दोनों ही सीटों के चुनाव की अधिसूचना 25 जुलाई को जारी होगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला की ओर से जारी चुनाव कार्यक्रम के तहत एक अगस्त तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। दो अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच होगी। चार अगस्त को नाम वापस लिए जा सकेंगे। 11 अगस्त को दोनों ही सीटों के लिए सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा। इसी दिन शाम पांच बजे से मतगणना होगी। इन दोनों ही सीटों के उपचुनाव में भाजपा की जीत तय है। विधान सभा के 403 विधायकों में से 255 विधायक अकेले भाजपा के हैं जबकि भाजपा गठबंधन की 273 सीटें हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी की 111 सीटें हैं जबकि गठबंधन के सहयोगियों के साथ उसकी 125 सीटें हैं। एमएलसी उपचुनाव में जीत के लिए 202 विधायकों के मतों की ही जरूरत है। ऐसे में दोनों ही सीटों पर भाजपा बड़े ही आराम से जीत दर्ज कर लेगी।
भारतीय जनता पार्टी से अलीगढ़ के बरौली से विधायक चुने जाने के बाद ठाकुर जयवीर सिंह प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। समाजवादी पार्टी के साथ ही बसपा में रहे ठाकुर जयवीर सिंह को भाजपा ने विधान परिषद सदस्य बनाया था। इसके बाद उनको विधानसभा चुनाव में भी उतारा। भाजपा के ठाकुर जयवीर सिंह का बतौर विधान परिषद सदस्य का कार्यकाल 5 मई 2024 तक था। विधान सभा चुनाव में जीतने के बाद उन्होंने परिषद से इस्तीफा दे दिया। मंत्री जयवीर सिंह ठाकुर बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं और मैनपुरी संसदीय सीट पर 2024 में सपा की घेराबंदी करने में उनकी बड़ी भूमिका हो सकती है। कुछ राजनीतिक पंडित मानते है कि ठाकुर जयवीर सिंह को भाजपा 2024 के लोकसभा के चुनाव में मैनपुरी से अपना उम्मीदवार भी बना सकती है। अलीगढ़ के बरौली विधानसभा क्षेत्र से बसपा के नरेन्द्र शर्मा को 90,645 वोट से हराने वाले ठाकुर जयवीर सिंह ने 25 मार्च 2022 को कैबिनेट मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली है।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा विधान परिषद में नेता विरोधी दल रहे अहमद हसन के 19 फरवरी को निधन के कारण विधान परिषद में एक अन्य सीट खाली हो गई है। अम्बेडकर नगर के जलालपुर गांव के निवासी अहमद हसन का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पूर्व आइपीएस अधिकारी अहमद हसन को समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव राजनीति में लेकर आए थे। अहमद हसन तो मुलायम सिंह यादव के साथ ही अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे।
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