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Bulldozer Punishment: एक ही शहर में दो जगह चलेगा बुलडोजर, 100 से अधिक दुकानों वाला कांप्लेक्स होगा ध्वस्त

मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) ने दो अवैध निर्माणों की जांच के आदेश दिए हैं। इनमें से एक है पल्लवपुरम का आदित्य कांप्लेक्स जिसमें मानचित्र के विपरीत निर्माण किया गया है। दूसरा मामला गढ़ रोड पर रेसना में अवैध रूप से विकसित हो रही तिरुपति कालोनी का है। मेडा ने आदित्य कांप्लेक्स पर सील लगा दी है और तिरुपति कालोनी में फिर से ध्वस्तीकरण अभियान चलाने की तैयारी कर ली है।

By pradeep diwedi Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 20 Sep 2024 10:21 PM (IST)
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आदित्य कांप्लेक्स की जांच शुरू, ध्वस्त होगी तिरुपति कालोनी - प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, मेरठ। दो अवैध निर्माणों का प्रकरण शुक्रवार को मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) में गरमाया, जिसके बाद जांच के आदेश कर दिए गए। सबसे अधिक चर्चित रहा 100 से अधिक दुकानों वाला पल्लवपुरम का आदित्य कांप्लेक्स।

मानचित्र के विपरीत किए गए अवैध निर्माणों पर मेडा ने सील लगाई गई थी, लेकिन इसके स्वामी की ओर से सील की पट्टिका हटाकर दुकानों की बिक्री प्रारंभ कर दी गई। मामला गर्माने पर मेडा ने फिर से वहां पर सील पट्टिका लगा दी। साथ ही मेडा उपाध्यक्ष ने आदेश कर दिए कि कांप्लेक्स की अनियमितता की विधिवत जांच की जाए।

कहां की गई गड़बड़ी? 

प्रवर्तन अनुभाग के प्रभारी अर्पित यादव ने बताया कि इस कांप्लेक्स के लिए विक्रांत चौधरी ने दो बेसमेंट व तीन मंजिल का मानचित्र स्वीकृत कराया था, लेकिन इसमें से एक बेसमेंट का उपयोग पार्किंग के बजाय दुकानों के लिए करने लगे थे।

वहीं एक मंजिल अतिरिक्त बना लिया गया है। इस कारण इस कांप्लेक्स पर सील लगाई गई थी। वहीं दूसरा प्रकरण गढ़ रोड पर रेसना में अवैध रूप से विकसित हो रही तिरुपति कालोनी का है। यहां पर 2017 व उसके बाद भी ध्वस्तीकरण अभियान चला, पर अब फिर इसमें पिलर बनाकर भवन निर्माण शुरू हो गया है।

सिद्धार्थ मनोहर व मनीष मित्तल की शिकायत के बाद इस पर भी बुलडोजर चलाने की तैयारी कर ली गई है। प्रभारी अधिकारी प्रवर्तन अर्पित ने बताया कि जल्द ही इस अवैध कालोनी पर फिर से ध्वस्तीकरण अभियान चलाया जाएगा।