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Ganga Expressway: गंगा एक्सप्रेस-वे का कैबिनेट मंत्री ने किया निरीक्षण, मिली खामियां; लगाई फटकार

मेरठ से लेकर प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य दिसंबर 2025 तक पूरा किए जाने की संभावना है। बारिश के कारण काम में व्यवधान जरूर आया है लेकिन बारिश के बाद दिन-रात काम किया जाएगा। एक्सप्रेस-वे बदायूं जिले के 83 गांवों से होकर गुजर रहा है जिसकी लंबाई 92 किलोमीटर है। वहीं किसानों को मुआवजे का काम भी निपटा लिया गया है।

By birendra dwivedi Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 11 Aug 2024 02:46 PM (IST)
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प्रयागराज से मेरठ तक बन रही गंगा एक्सप्रेसवे। सांकेतिक तस्‍वीर

जागरण संवाददाता,प्रयागराज। गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण का स्थलीय निरीक्षण उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने किया। शनिवार को प्रयागराज से मेरठ तक बन रही गंगा एक्सप्रेसवे का प्रतापगढ़ में स्थलीय निरीक्षण करने के दौरान मिट्टी के कार्य की रफ्तार काफी धीमी मिलने पर नाराजगी जताते अधिकारियों फटकार लगाई।

निर्देश दिया कि हर हाल में 31 दिसम्बर 2024 तक गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण पूरा हो जाना चाहिए। मेरठ से प्रयागराज तक 596 किलोमीटर लम्बे गंगा एक्सप्रेस-वे के फर्स्ट कैरिजवे का निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। जुलाई में 70 प्रतिशत कार्य पूरा हाेना था। लेकिन 56 प्रतिशत ही कार्य पूरा हो सकता है।

मंत्री ने अधिकारियों को चेताया कि एक्सप्रेस वे के निर्माण में लापरवाही कत्तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंत्री नन्दी ने कहा कि मैन पावर बढ़ाएं या फिर मशीनरी, लेकिन हर हाल में निर्धारित तिथि तक कार्य पूरा करें।

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प्रयागराज से मेरठ को जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ओर से गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कराया जा रहा है। मंत्री नन्दी ने प्रतापगढ़ के अस्करनपुर झिंगुर कुंडा में गंगा एक्सप्रेसवे के चैनेज 601-457, प्रयागराज-लखनऊ मार्ग पर चौनेज 576-558 और चैनेज 565-200 पर चल रहे कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया।

स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही गुणवत्ता की भी जानकारी लिया। निर्धारित लक्ष्य के साथ ही अब तक की प्रगति के बारे में पूछा। जिस पर मिट्टी के कार्य की रफ्तार काफी धीमी मिली। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण मिट्टी के कार्य में परेशानी आ रही है।

गंगा एक्सप्रेसवे का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद मंत्री नन्दी ने सर्किट हाउस गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही महाकुम्भ 2025 से पहले निर्धारित अवधि 31 दिसम्बर 2024 तक निर्माण कार्य पूर्ण होने की योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि मिट्टी का कार्य काफी पीछे है। श्रमिको और डंफर की संख्या बढ़ाकर इसमें तेजी लाएं। अधिकारियों से कहा 20 अगस्त तक रिपोर्ट दे कि कैसे 31 दिसंबर तक काम पूरा हो जाएगा।

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एसीईओ यूपीडा हरि प्रताप शाही, वरिष्ठ मुख्य महा प्रबंधक यूपीडा आरआर सिंह, मुख्य अभियंता यूपीडा आरके चौधरी, मुख्य महाप्रबंधक एके पाठक, वरिष्ठ भू अर्जन अधिकारी चिनकूराम पटेल, महाप्रबंधक यूपीडा अनुराग अस्थाना, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसके गोयल, मुख्य महाप्रबंधक आइआरबी अनूप सिंह, महाप्रबंधक यूपीडा एसपी राव आदि मौजूद रहे।

गंगा एक्सप्रेसवे

  • - मेरठ से प्रयागराज
  • - लम्बाई- 596 किलोमीटर
  • प्रारम्भिक बिन्दु- मेरठ-बुलन्दशहर मार्ग पर जनपद मेरठ के बिजौली ग्राम के समीप से
  • समापन बिन्दु- प्रयागराज बाईपास पर जनपद प्रयागराज के जुड़ापुर दांदू ग्राम के समीप तक
  • आच्छादित जनपद- मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज।
  • आवश्यक भूमि- लगभग 7453.15 हेक्टेयर
  • परियोजना की लागत- 36,230 करोड़