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PHOTOS: आधा किलोमीटर तक सुनाई दी आवाज, 30 फीट तक उछला गंगा का पानी… गेस्ट हाउस की दीवार गिरने से घाट पर अफरातफरी

वाराणसी के हनुमान घाट पर स्थित कर्नाटक गेस्ट हाउस की दीवार ढह गई। दीवार गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि आधा किलोमीटर दूर पांडे घाट पर मौजूद लोगों को भी सुनाई दी। गंगा का पानी लगभग तीस फीट ऊंचाई तक उछला जिससे घाट किनारे मौजूद मकान की खिड़की का शीशा टूट गया। इस घटना से घाट पर मौजूद लोग दहशत में आ गए। जानिए पूरी खबर...

By devendra nath singh Edited By: Riya Pandey Updated: Sat, 21 Sep 2024 09:18 PM (IST)
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गंगा नदी में गिरा गेस्ट हाउस की दीवार का हिस्सा
संवाद सहयोगी, वाराणसी। हनुमान घाट पर स्थित कर्नाटक गेस्ट हाउस की दीवार गिरने आवाज इतनी तेज थी कि आधा किलोमीटर दूर पांडे घाट पर मौजूद लोगों को सुनाई दी। वहीं भारी मलबे से गंगा का पानी लगभग तीस फुट ऊंचाई तक उछला जिसके घाट किनारे मौजूद मकान की खिड़की का शीशा टूट गया। इस घटना से घार पर मौजूद दहशत में रहे। गेस्ट हाउस के आसपास रहने वाले अपने मकान को लेकर आशंकित रहे।

हरिश्चंद्र घाट पर रहने वाले बहादुर का कहना है कि सामान्य दिनों की तरह ही घाट पर शवों का अंतिम संस्कार चल रहा था। बाढ़ के चलते नौका संचालन बंद होने से नाविक गेस्ट हाउस के पास ही अपनी नावों को बांधे हुए थे। 

अचानक गेस्ट की दीवार का हिस्सा गंगा में गिरा

दोपहर में अचानक गेस्ट की दीवार का बड़ा हिस्सा गंगा के पानी में गिर पड़ा। इसकी आवाज इतनी तेज थी कि एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। ईंटों व पत्थरों के भारी टुकड़े पानी में गिरने की वजह से गंगा का पानी लगभग तीन फीट ऊंचाई तक उछला।

स्थानीय पार्षद राजेश यादव की तीसरी मंजिल की खिड़की का शीशा पानी की वजह से टूट गया। मलबे से छिटकी ईंटें कुछ शवों तक पहुंच गईं और उन्हें क्षतिग्रस्त किया। इस घटना से घाट पर मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। घायलों की चीख-पुकार ने माहौल को और भयावह बना दिया।

मौके पर पहुंचे भेलूपुर थाना प्रभारी विजय शुक्ल तत्काल घायलों को अस्पताल भेजकर एनडीआरएफ को सूचना दी। नावों के साथ किसी के डूबे होने की आशंका को खत्म करने के लिए तलाश कराई और लोगों के पूछताछ किया। थोड़े ही वक्त में डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल और एसीपी चेतगंज गौरव कुमार ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।

जिलाधिकारी का गंगा आरती में संख्या निर्धारित करने का आदेश

जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने भी घाट पर पहुंचकर स्थिति को जाना। नाव पर सवार होकर गेस्ट हाउस के अगले हिस्से का जायजा लिया। गेस्ट हाउस के आसपास बोल्डर लगवाने, रिटेनिंग वाल बनवाने का निर्देश दिया। गेस्टहाउस के बगल में रहने वाले काशी नाथ शास्त्री के मकान को खाली कराने का निर्देश दिया।

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उन्होंने घाटों पर होने वाली गंगा आरती में शामिल होने वालों की संख्या सुरक्षा की दृष्टि से निर्धारित करने का निर्देश एसीपी चेतगंज को दिया। नगर निगम के अधिकारियों को मलबा हटाने का साफ-सफाई के लिए कहा। कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने घायलों का निश्शुल्क इलाज कराने, टूटी नावों की मरम्मत कराने का निर्देश दिया।

खोखला हो गया कर्नाटक स्टेट गेस्ट हाउस

115 वर्ष पुराना कर्नाटक स्टेट गेस्ट हाउस भवन कर्नाटक सरकार की अंडरटेकिंग है। यहां रहने वाले उज्ज्वल स्वामीनाथन ने बताया कि हरिश्चंद्र घाट कॉरिडोर बनाने के कारण

गेस्ट हाउस के सामने का हिस्सा खोखला हो गया है। 15 बिस्वा जमीन पर बना गेस्ट हाउस इस समय मिट्टी पर टिका है जिसके कभी भी गिरने की संभावना है। स्थानीय पार्षद प्रत्याशी राजीव यादव का कहना है कि कारीडोर के काम में लापरवाही बरती जा रही है जिसकी वजह से घाट और उसके करीब मौजूद इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

गया व प्रयागराज गए हैं गेस्ट में रहने वाले

काशी में दर्शन-पूजन करने आए आठ लोग कर्नाटक गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे। दो दिन पहले प्रयागराज व अन्य गया गए थे। गेस्ट में तीन कर्मचारी थे जिन्हें डीसीपी ने बाहर निकालकर गेस्ट हाउस को सील करने का निर्देश दिया।

जर्जर मकान के सवाल पर बिखरे एडीएम सिटी

मौके पर पहुंचे एडीएम सिटी आलोक वर्मा को स्थानीय लोगों व पत्रकारों ने केदार घाट की गली में जर्जर मकान मौजूद होने की जानकारी हेते हुए उसे गिराने की बात कही तो वह बिफर पड़े।

उल्टे लोगों से सवाल करने लगे कि किस धारा में मकान गिराया जाता है इसकी जानकारी दें। इससे लोगों में काफी नाराजगी रही। उनका कहना है कि मकान इतना जर्जर हो चुका है कि कभी भी गिर सकता है।

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