काशी में बिजली कटौती से मिलेगा छुटकारा, भूमिगत बिजली लाइन बिछाने का प्रस्ताव मंजूर; 13 रूट का मैप तैयार
वाराणसी जिले में भूमिगत बिजली लाइन बिछाने के तीसरे चरण को मंजूरी मिल गई है। 13 प्रमुख मार्गों पर एचटी और एलटी लाइनें भूमिगत की जाएंगी। इस प्रोजेक्ट की लागत 513 करोड़ रुपये है और इसके लिए 28 सितंबर को टेंडर जारी होगा। इसमें देश की 22 कंपनियां हिस्सा लेंगी। इस कार्य से बिजली कटौती और लोकल फाल्ट की समस्या दूर होगी।
मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर काशी में पहली बार वर्ष 2017 में कई प्रमुख क्षेत्रों में भूमिगत बिजली लाइन बिछाई गई। इसके बाद इन क्षेत्रों में लो-वोल्टेज, लोकल फाल्ट, बिजली चोरी, बिजली कटौती की समस्या काफी हद तक दूर हो गई है। साथ ही लाइन लास भी बहुत कम है।
अब तीसरे चरण में शहर के आधे से अधिक हिस्सों में कार्य के लिए प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। इसमें प्रमुख 13 मार्गों पर एचटी व एलटी लाइन भूमिगत की जाएगी। यह कार्य 513 करोड़ में होगा। इसके लिए 28 सितंबर को टेंडर जारी होगा। इसमें देश की 22 कंपनियां भाग लेंगी।
पुरानी काशी में भूमिगत केबल डालने का काम
इससे पहले बिजली कटौती और लोकल फाल्ट से काशीवासियों को अब पूरी तरह छुटकारा दिलाने के लिए एकीकृत ऊर्जा विकास योजना (आइपीडीएस) के तहत पुरानी काशी में भूमिगत केबल डालने का काम किया गया। बिजली चोरी रुकने के साथ विभाग का राजस्व भी बढ़ गया है। पहले चरण में रविंद्रपुर, कबीरनगर, दुर्गाकुंड, खोजवां आदि क्षेत्रों में यह व्यवस्था की गई।वहीं दूसरे चरण में कैंट स्टेशन से लहुराबीर वाया अंधरापुल व तेलियाबाग, कैंट से लहुराबीर वाया इंग्लिशिया लाइन तिराहा, मलदहिया, लोहा मंडी क्रासिंग, संत अतुलानंद स्कूल से कचहरी चौराहा वाया गिलट बाजार, अर्दली बाजार, भोजूबीर व पुलिस लाइन चौराहा, भोजूबीर से महावीर मंदिर, कचहरी चौराहा से भोजूबीर तिराहा वाया सर्किट हाउस, बीएचयू से सामनेघाट व बड़ी गैबी में कार्य हुआ।पहले चरण में 362 करोड़ रुपये में कार्य हुआ। इससे लगभग 10 हजार उपभोक्ता आच्छादित हुए। वहीं दूसरे चरण का कार्य लगभग 120 करोड़ में हुआ। अब नए प्लान में तीसरे चरण के कार्य को शामिल किया गया है।
अब इन रूटों पर होगी भूमिगत लाइन
टीएफसी से रिंग रोड, मुनारी रिंग रोड से सारनाथ, ताज होटल, छावनी क्षेत्र, एमएम रोड-वीआइपी रोड, आशापुर से पुराना पुल, नमो घाट क्षेत्र, चौकाघाट से नमो घाट, गोदौलिया से विश्वेश्वरगंज, रामनगर किला से पंचवटी, साजन तिराहा से रुद्राक्ष, नाटी इमली-संपूर्णानंद, रथयात्रा, महमूरगंज, मंडुआडीह, विश्वनाथ मंदिर, बीएलडब्लू बीएचयू तक भूमिगत लाइन होगी।
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- जितेंद्र नलवाया, निदेशक (तकनीक), पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, वाराणसी।