Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Bageshwar ByPolls: बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान आज, पांच प्रत्याशियों के बीच चुनावी जंग जारी

Bageshwar ByPolls अनुसूचित जाति आरक्षित बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए आज मतदान होगा। यहां मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच सिमटा नजर आ रहा है। चुनाव मैदान में उत्तराखंड क्रांति दल समाजवादी पार्टी और उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रत्याशी भी हैं। मतदान के लिए 188 पोलिंग बूथों पर मतदानकर्मी सोमवार को ही पहुंच गए हैं। विधानसभा क्षेत्र में कुल 117973 मतदाता है।

By Jagran NewsEdited By: riya.pandeyUpdated: Tue, 05 Sep 2023 09:06 AM (IST)
Hero Image
Bageshwar ByPolls: बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान आज

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: Bageshwar ByPolls: अनुसूचित जाति आरक्षित बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए आज मतदान होगा। यहां मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच सिमटा नजर आ रहा है। चुनाव मैदान में उत्तराखंड क्रांति दल, समाजवादी पार्टी और उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रत्याशी भी हैं।

188 पोलिंग बूथों पर होगा मतदान

कैबिनेट मंत्री रहे चंदन राम दास के निधन से रिक्त हुई सीट पर भाजपा ने उनकी पत्नी पार्वती दास को प्रत्याशी बनाया है जबकि कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (आप) छोड़कर आए बंसत कुमार पर दांव लगाया है। मतदान के लिए 188 पोलिंग बूथों पर मतदानकर्मी सोमवार को ही पहुंच गए हैं।

विधानसभा क्षेत्र में कुल 1,17973 मतदाता

विधानसभा क्षेत्र में कुल 1,17,973 मतदाता है। मतदान सुबह सात से शाम पांच बजे तक होगा और मतगणना आठ सितंबर को होगी। सोमवार को राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने डोर-टू-डोर वोटरों से मुलाकात की।

भाजपा से पार्वती दास, कांग्रेस से बसंत कुमार, उक्रांद से अर्जुन देव, उपपा से भगवत कोहली और सपा से भगवती प्रसाद त्रिकोटी मैदान में हैं। इस उपचुनाव में बसपा और आप से कोई प्रत्याशी नहीं हैं।

पोलिंग बूथों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम

जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराधा पाल ने बताया कि 188 पोलिंग बूथों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है। इन बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान के लिए 824 कार्मिक लगाए गए हैं। 15 अतिसंवेदनशील बूथों के लिए माइक्रो आब्जर्वर नियुक्त हैं। पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे ने बताया कि पटवारी क्षेत्र में भी रेगुलर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।

भाजपा ने निर्वाचनक आयोग के केंद्रीय पर्यवेक्षक की भूमिका पर उठाया सवाल

बागेश्वर उपचुनाव में सहानुभूति की लहर पर सवार भाजपा आखिरकार कड़ी मशक्कत को विवश हो गई। कांग्रेस की रणनीति सत्तारूढ़ दल को उलझाए रखने पर रही। दोनों दलों के बीच जोर-आजमाइश का अंदाजा इससे लग सकता है कि मतदान की तारीख समीप आते-आते विपक्ष की शिकायतों पर पलटवार करते हुए भाजपा ने भी निर्वाचन आयोग के केंद्रीय पर्यवेक्षक की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए।

मतदान पर टिकी कांग्रेस की नजर

इस चुनावी जंग को लेकर उत्साहित कांग्रेस की नजरें अब आज के मतदान पर टिकी है। कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन से रिक्त हुई बागेश्वर आरक्षित सीट (अनुसूचित जाति) पर उपचुनाव को कांग्रेस सधी रणनीति के तहत लड़ रही है।

प्रमुख विपक्षी दल ने इस उपचुनाव को लोकसभा चुनाव से पूर्व तैयारी के रूप में लिया है। यही कारण है कि भाजपा के हर दांव की काट के लिए कांग्रेस ने अपनी ओर से कसर नहीं छोड़ी।

भाजपा ने कैबिनेट मंत्री चंदन की पत्नी को मैदान में उतारा 

लगातार चार बार इस सीट से विधायक रहे कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन से उपजी सहानुभूति लहर को ध्यान में रखकर भाजपा ने उनकी पत्नी पार्वती देवी को चुनाव मैदान में उतारा। जवाब में कांग्रेस ने उपचुनाव को एकतरफा नहीं होने देने पर जोर लगाया।