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Hemkund Sahib : हेमकुंड और फूलों की घाटी में 439 तीर्थयात्री-पर्यटक फंसे, SDRF ने रेस्कयू कर निकाला

गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि वर्षा थमने के साथ ही नाले का जलस्तर सामान्य स्थिति में पहुंच गया। उन्होंने हिमखंड टूटने की बात से इंकार किया। इसी बीच घांघरिया से एक किमी आगे विश्व धरोहर फूलों की घाटी पैदल मार्ग पर बरसाती नाला उफान पर आ गया। इस पर अस्थायी पुलिया बनाकर पर्यटकों की आवाजाही कराई जाती है।

By Devendra rawat Edited By: Mohammed Ammar Updated: Thu, 29 Aug 2024 09:04 PM (IST)
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रेस्कयू ऑपरेशन के बाद लोगों को वहां से निकाल लिया गया।

संवाद सहयोगी, जागरण, गोपेश्वर। भारी वर्षा के बाद हिमखंड टूटने से अटलाकोटी के पास नाले का जलस्तर बढ़ गया, जिससे हेमकुंड साहिब की तरफ 250 से अधिक तीर्थयात्री फंस गए। साथ ही फूलों की घाटी जाने वाले पैदल मार्ग पर घूसा नाला रिवर प्वाइंट में अस्थायी पैदल पुलिया बहने से 189 पर्यटकों की सांसें अटक गईं।

पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने रस्सों आदि की मदद से मानव शृंखला बनाकर तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों को सुरक्षित निकाला। हालांकि, यात्रा पर इन घटनाओं का कोई असर नहीं पड़ा। पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने बताया कि हेमकुंड व फूलों की घाटी की स्थिति सामान्य होने के चलते यात्रा सुचारु है।

तेज बारिश ने बढ़ाई परेशानी

गुरुवार दोपहर हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी क्षेत्र में भारी वर्षा हुई। इसी दौरान दोपहर तीन बजे हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग पर घांघरिया बेस कैंप से दो किमी आगे अटलाकोटी नाले का जलस्तर बढ़ गया। इससे हेमकुंड दर्शन कर घांघरिया लौट रहे 250 से अधिक तीर्थयात्री फंस गए।

हिमखंड टूटने की अफवाहों का खंडन

इस पर घांघरिया से पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भेजी गई, जो तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित निकालकर बेस कैंप लाई। दो घंटे तक यात्रियों की सांसें अटकी रहीं। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि वर्षा थमने के साथ ही नाले का जलस्तर सामान्य स्थिति में पहुंच गया। उन्होंने हिमखंड टूटने की बात से इंकार किया।

इसी बीच घांघरिया से एक किमी आगे विश्व धरोहर फूलों की घाटी पैदल मार्ग पर बरसाती नाला उफान पर आ गया। इस पर अस्थायी पुलिया बनाकर पर्यटकों की आवाजाही कराई जाती है। नाले के उफान से यह पुलिया बह गई। गुरुवार को 191 पर्यटक फूलों की घाटी का दीदार करने गए थे। इनमें से दो पर्यटक पुलिया बहने से पहले ही वापस लौट आए, जबकि अन्य एक घंटे तक फंसे रहे।

इन्हें एसडीआरएफ, वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने सुरक्षित निकाला। नाले के उफान पर आने की वजह भी हेमकुंड की पहाड़ियों में हिमखंड टूटने को माना जा रहा है। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के प्रभागीय वनाधिकारी भारत भूषण मर्तोलिया ने बताया कि अब नाले की स्थिति सामान्य है और अस्थायी पुल फिर से तैयार कर दिया गया है।

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