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विस्तार के बाद देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट से उड़ेगी एयरबस, पढ़िए पूरी खबर

जौलीग्रांट हवाई अड्डे को अब अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू हो गई है। पहले चरण में हवाई अड्डे के रनवे की लंबाई बढ़ाकर 2765 मीटर की जाएगी।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 25 Oct 2019 04:58 PM (IST)
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विस्तार के बाद देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट से उड़ेगी एयरबस, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, राज्य ब्यूरो। देहरादून स्थित जौलीग्रांट हवाई अड्डे को अब अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू हो गई है। पहले चरण में हवाई अड्डे के रनवे की लंबाई बढ़ाकर 2765 मीटर की जाएगी। इसमें एयरबस ए-321 और ए-320 उतर सकती हैं। इनमें एक बार में 170-180 यात्री यात्रा कर सकते हैं। प्रदेश सरकार ने रनवे की कुल लंबाई 3500 मीटर करने का निर्णय लिया है। अभी इस रनवे की लंबाई 2140 मीटर है। प्रदेश सरकार ने केंद्र से उड़ान योजना के तहत पंतनगर से चंड़ीगढ़, लखनऊ और कानपुर के साथ ही देहरादून-प्रयागराज और पिथौरागढ़-पंतनगर हवाई सेवा शुरू करने का अनुरोध किया है।

 गुरुवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने उत्तर पश्चिम राज्यों के साथ उड़ान योजना के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने केंद्रीय राज्यमंत्री को बताया कि प्रदेश सरकार ने जौलीग्रांट हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने के लिए सैद्धांतिक सहमति दे दी है। प्रथम चरण में हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण करने का निर्णय लिया गया है। इसे दो चरणों में विकसित किया जाएगा।

इस दौरान मुख्य सचिव ने क्षेत्रीय संपर्क योजना के अंतर्गत चयन स्थलों पर नॉन शेड्यूल ऑपरेट्र्स परमिट के तहत हवाई सेवा संचालन की अनुमति देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश सरकार पर कम व्ययभार पड़ेगा। मुख्य सचिव ने केंद्रीय राज्यमंत्री से उड्डयन मंत्रालय द्वारा केंद्रीयकृत स्तर पर उपकरणों की खरीद कर उन्हें संबंधित हेलीपैड एवं हवाई पट्टियों पर शीघ्र स्थापित करने का अनुरोध किया। उन्होंने देहरादून-पिथौरागढ़, पिथौरागढ़-पंतनगर एवं पंतनगर-हिंडन तक संचालित हवाई सेवा में समय-समय पर आने वाले व्यवधान की ओर केंद्रीय राज्यमंत्री का ध्यान आकर्षित कराते हुए इसे नियमित करने का अनुरोध किया। उन्होंने इन मार्गों पर यात्री संख्या की अधिकता को देखते हुए यहां अधिक क्षमता के वायुयान संचालित करने का भी अनुरोध किया।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में हेली सेवाओं के लिए चिह्नित आठ हेलीपैड की डीपीआर बनाई दी गई है, जिन पर शीघ्र कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। शेष की डीपीआर भी जल्द बना दी जाएगी। बैठक में मुख्य सचिव के साथ अपर सचिव नागरिक उड्डयन सोनिका भी मौजूद थीं।

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गौचर से शुरू हो हवाई सेवा: तीरथ

गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने गौचर हवाई अड्डे से नियमित हवाई सेवाएं शुरू करने पर जोर दिया है। संसद की पर्यटन संस्कृति एवं परिवहन समिति की बैठक में उन्होंने कहा कि यह हवाई अड्डा बदरी-केदार और हेमकुंड साहिब को जोड़ता है। लिहाजा इसका विकास होना नितांत आवश्यक है।

सांसद रावत ने पिथौरागढ़ नैनी सैनी और पंतनगर हवाई अड्डों से नियमित रूप से हवाई सेवाओं के संचालन की जरूरत भी बताई। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की विषम परिस्थितियों को  देखते हुए यहां हवाई अड्डों के विस्तारीकरण और विकास पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।

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