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Gangotri National Highway के 62 किमी हिस्से में वन प्रभाग की पहल, दिया जा रहा प्रकृति संरक्षण का अनूठी संदेश

Nature Conservation नरेंद्रनगर वन प्रभाग ने प्रकृति संरक्षण व संवर्द्धन एक प्रयास नाम से यह पहल की है। लगभग 62 किलोमीटर के इस हिस्से में प्रकृति से साक्षात्कार करने के साथ ही लोग इसके संरक्षण का संदेश लेकर भी जा रहे हैं।

By kedar duttEdited By: Nirmala BohraUpdated: Mon, 19 Dec 2022 08:46 AM (IST)
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Nature Conservation : नरेंद्रनगर वन प्रभाग ने 'प्रकृति संरक्षण व संवर्द्धन: एक प्रयास' नाम से यह पहल की है।

केदार दत्त, देहरादून : Gangotri National Highway : प्रकृति हमें सब-कुछ देती है, ऐसे में हम भी तो उसे कुछ देना सीखें। यही सीख दे रहा है गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग का मुनिकीरेती से लेकर चंबा तक का क्षेत्र। लगभग 62 किलोमीटर के इस हिस्से में प्रकृति से साक्षात्कार करने के साथ ही लोग इसके संरक्षण का संदेश लेकर भी जा रहे हैं।

नरेंद्रनगर वन प्रभाग ने 'प्रकृति संरक्षण व संवर्द्धन: एक प्रयास' नाम से यह पहल की है। इस सर्पीली सड़क के दोनों तरफ हरे-भरे पेड़-पौधे, जगह-जगह फूलों से लकदक डालियां, इस मार्ग से गुजरने वालों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।

कचरा प्रबंधन को भी यहां किए गए प्रयास

यही नहीं, कचरा प्रबंधन को भी यहां प्रयास किए गए हैं। पहल इसलिए महत्वपूर्ण है कि इसे सरकारी विभाग अंजाम दे रहा है और वह भी बिना किसी सरकारी बजट के। जनसहयोग से सड़क के दोनों तरफ प्रकृति को संवारा, सजाया जा रहा है।

नैसर्गिक सुंदरता से परिपूर्ण उत्तराखंड पेड़-पौधों, जड़ी-बूटियों, पुष्पों आदि का विपुल भंडार भी है, लेकिन मानवीय समेत तमाम कारणों से प्रकृति की इस नेमत को नुकसान पहुंचता आ रहा है। इसके पीछे बड़ा कारण जागरूकता का अभाव है। इस सबको देखते हुए वन विभाग के नरेंद्रनगर वन प्रभाग ने अनूठी पहल करने की ठानी और इसका बीड़ा उठाया उप प्रभागीय वनाधिकारी मनमोहन बिष्ट ने।

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वह बताते हैं कि इसी साल अक्टूबर के आखिर में जब वह मुनिकीरेती से चंबा जा रहे थे, तभी देखा कि मार्ग में जगह-जगह प्राकृतिक रूप से उगने वाले पेड़-पौधे, झाडिय़ां खरपतवारों के कारण पनप नहीं पा रही हैं। एक-दो स्थानों से खरपतवारों के साथ ही मलबे को हटाया गया तो पेड़-पौधे खिल उठे। इसके बाद 62 किमी के इस हिस्से को इसी तरह से संवारने का निर्णय लिया गया।

कल्चरल आपरेशन से मिली मदद

इस अभियान के तहत सड़क के दोनों तरफ पांच मीटर की चौड़ाई में कल्चरल आपरेशन किया गया। वन विभाग की भाषा में पेड़-पौधों व वनस्पतियों को पनपाने में सहायक गतिविधियों को कल्चरल आपरेशन कहा जाता है।

सड़क के दोनों ओर स्वयं उगे पेड़-पौधों, वनस्पतियों को पनपने का अवसर मिले, इसके लिए वहां से खरपतवार हटाया गए। कई जगह सड़क के मलबे व कचरे में पौधे दबे थे, वहां से इसे हटाया गया। अब वहां पेड़, पौधे, हरी घास न केवल अच्छे से पनपे हैं, बल्कि जगह-जगह पेड़ों पर फूल भी खिले हैं। यही नहीं, कचरा निस्तारण को कुछ स्थानों पर कूड़ेदान भी लगाए गए हैं।

जनसहयोग से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर कल्चरल आपरेशन किया गया। इसके अच्छे परिणाम आए हैं। लोग यहां प्रकृति के मनोरम दृश्यों का आनंद ले रहे हैं। साथ ही प्रकृति के संरक्षण का संकल्प भी ले रहे हैं। अब इस पहल को यमुनोत्री राजमार्ग पर भी धरातल पर उतारने को कदम उठाए जाएंगे।

- अमित कंवर, प्रभागीय वनाधिकारी नरेंद्रनगर वन प्रभाग