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बिना भौतिक सत्यापन बांटे जा रहे उज्ज्वला के कनेक्शन

एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स आवेदनकर्ताओं का बिना भौतिक सत्यापन किए ही उज्ज्वला कनेक्शन बांट रहे हैं। वहीं तेल कंपनियां भी आंखें बंदकर कनेक्शन जारी कर रही हैं।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 27 Dec 2018 04:02 PM (IST)
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बिना भौतिक सत्यापन बांटे जा रहे उज्ज्वला के कनेक्शन

देहरादून, जेएनएन। आंबेडकर कॉलोनी में दर्जनों फर्जी पात्रों को कनेक्शन जारी करने का मामला उजागर होने के बाद हैरान करने वाली तस्वीर सामने आ रही है। एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स आवेदनकर्ताओं का बिना भौतिक सत्यापन किए ही उज्ज्वला कनेक्शन बांट रहे हैं। वहीं, तेल कंपनियां भी आंखें बंदकर कनेक्शन जारी कर रही हैं। हैरत की बात यह कि आधार की पकड़ से बचने के लिए कनेक्शनधारकों के बच्चों के नाम से उज्ज्वला कनेक्शन जारी किए जा रहे हैं। 

केंद्र की महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना पर राजधानी में लगातार फर्जीवाड़े की शिकायत सामने आ रही है। उज्ज्वला योजना की पात्रता नियम को अनदेखी कर फर्जी पात्रों को धड़ल्ले से कनेक्शन बांटे जा रहे हैं। नियम में साफ है कि कनेक्शन उसी परिवार को दिए जाएंगे, जहां एलपीजी कनेक्शन न हो। लेकिन, देहरादून में उन परिवारों को कनेक्शन दिए जा रहे जहां पहले से ही कनेक्शन हैं। इस बात को लाभार्थियों ने भी स्वीकार कर रहे हैं। बता दें कि दैनिक जागरण ने 26 दिसंबर के अंक में 'राजधानी में उज्ज्वला योजना में फर्जीवाड़ा' शीर्षक से प्रकाशित खबर में फर्जीवाड़ा उजागर किया था।

'आधार' का निकाला तोड़

लोगों ने आधार से बचने का भी नायाब तरीका खोज निकाला है। परिवार में माता-पिता के नाम से कनेक्शन पहले से जारी हैं और आधार से लिंक है। इस वजह से लोग बच्चों के नाम से कनेक्शन ले रहे हैं। ताकि आधार की पकड़ में न आएं। 

एचपीसी ने खबर का लिया संज्ञान

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कंपनी के सेल्स मैनेजर अमित कुमार ने उज्ज्वला कनेक्शनों की जांच कराने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यदि गलत कनेक्शन पाए गए तो संबंधित गैस एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई होगी।

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