Nainital: जिम कॉर्बेट पार्क में घूमने के बदले नियम, बाघ देखते समय यह गलती पड़ेगी भारी; नहीं कर पाएंगे कभी सफारी
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में सफारी के दौरान नियमों का पालन करना होता है। कॉर्बेट के ढिकाला जोन में इस बार 95 जिप्सियों को प्रतिबंधित किया गया है। इतने ही चालक व गाइड पर भी कार्रवाई हुई है। कुछ ऐसे हैं जो दो या तीन बार प्रतिबंधित हुए हैं। अगले सीजन से ऐसे मामले पकड़े जाने पर 15 दिन फिर पूरे सीजन प्रतिबंधित किया जाएगा।
रामनगर (नैनीताल), त्रिलोक रावत। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में सफारी के दौरान नियमों का पालन करना होता है, जिसमें वन्य जीवों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने व पर्यटकों को शोर न करने के सख्त निर्देश हैं। इसके साथ ही पार्क में जिप्सी से नहीं उतरने का भी नियम है। लेकिन अक्सर बाघ को देखने के लिए या फिर बाघ दिखने पर जिप्सी चालक नियमों का ध्यान नहीं रखते। वे बाघ के नजदीक ले जाकर जिप्सी खड़ी कर देते हैं। इससे जिप्सियों का जमावड़ा भी लग जाता है। इससे दूसरी जिप्सियां या कैंटर आगे नहीं बढ़ पाते।
ऐसी वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित भी है। अब इस मनमानी पर कॉर्बेट प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। ढिकाला क्षेत्र में ही एक सप्ताह के लिए 95 जिप्सियों को प्रतिबंधित किया गया। इतने गाइड पर भी रोक लगाई गई। अब कॉर्बेट प्रशासन दोबारा नियम तोड़ने पर पहले 15 दिन फिर पूरे सीजन जिप्सी संचालन प्रतिबंधित करेगा। इसके साथ ही अगर पर्यटक भी नियमों को तोड़ते हैं तो उनपर भी कार्रवाई हो सकती है।
विभाग ऐसे लोगों को बुकिंग के आधार पर चिह्नित कर अगली बार से सफारी की अनुमति नहीं देने पर भी विचार कर रहा है। यह कदम वन्यजीवों की सुरक्षा और किसी अनहोनी की आशंका के मद्देनजर उठाया जा रहा है।
कॉर्बेट के ढिकाला जोन में इस बार 95 जिप्सियों को प्रतिबंधित किया गया है। इतने ही चालक व गाइड पर भी कार्रवाई हुई है। कुछ ऐसे हैं जो दो या तीन बार प्रतिबंधित हुए हैं। अगले सीजन से ऐसे मामले पकड़े जाने पर 15 दिन फिर पूरे सीजन प्रतिबंधित किया जाएगा। (डा. धीरज पांडे, निदेशक, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व)