Kedarnath Yatra पैदल मार्ग आवाजाही लिए खुला, 17 हजार यात्री हुए रवाना
Kedarnath Yatra 2024 केदारनाथ यात्रा 2024 में चीड़बासा में ध्वस्त मार्ग को बहाल कर दिया गया है जिससे 17000 से अधिक तीर्थयात्रियों को सुरक्षित रूप से केदारनाथ जाने की अनुमति मिली है। एनडीआरएफ एसडीआरएफ और पुलिस संवेदनशील स्थानों पर तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं। गत शनिवार को केदारनाथ पैदल मार्ग चीरबासा के पास बीस मीटर मार्ग ध्वस्त हो गया था।
संवाद सहयोगी, जागरण रुद्रप्रयाग। Kedarnath Yatra 2024: केदारनाथ पैदल मार्ग चीरबासा में ध्वस्त मार्ग को आवाजाही के लिए सुचारू कर दिया गया है। रविवार को सोनप्रयाग से लगभग 17 हजार यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए संवेदनशील स्थानों पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं पुलिस की देखरेख में यात्रियों को सुरक्षित भेजा जा रहा है।
गत शनिवार को केदारनाथ पैदल मार्ग चीरबासा के पास बीस मीटर मार्ग ध्वस्त हो गया था। जिसके बाद केदारनाथ से दर्शन कर वापस लौटने वाले यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग तैयार कर सुरक्षित निकाला गया था। हालांकि सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए यात्रियों की आवाजाही पर रोक लगाई गई। चीरबासा के लोनिवि डीडीएमए ने ध्वस्त मार्ग को ठीक करने का काम शुरू कर दिया था।
रविवार सुबह आवाजाही के लिए सुचारू हुआ मार्ग
डीडीएमए के मजदूरों ने दिन रात काम करके रविवार सुबह तक मार्ग आवाजाही के लिए सुचारू कर दिया। रविवार को सोनप्रयाग मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे यात्रियों ने जैसे ही मार्ग खुलने की खबर लगी तो वह उत्साहित दिखे।
सोनप्रयाग में पुलिस बैरियर पर केदारनाथ जाने के लिए हजारों यात्री पहुंच गए। पुलिस ने लगभग 17 हजार यात्रियों को सुरक्षा के बीच केदारनाथ भेजा गया। पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के बीच यात्रियों की आवाजाही कराई।
कोतवाली निरीक्षक सोनप्रयाग देवेंद्र असवाल ने बताया कि रविवार को केदारनाथ पैदल मार्ग ध्वस्त मार्ग खुलने के बाद 17 हजार यात्रियों को सोनप्रयाग से केदारनाथ रवाना किया गया। भूस्खलन एवं संवदेनशील वाले स्थानों पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की मौजूदगी में यात्रियों की आवाजाही हो रही है। ताकि यात्रियों को सुरक्षित केदानाथ भेजा जा सके।