बाबा तरसेम हत्याकांड में पुलिस को मिली बड़ी लीड, बाजपुर पंहुची एसआईटी टीम; शूटरों पर कसेगा शिकंजा
28 मार्च की सुबह नानकमत्ता में डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की बाइक सवार दो शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोनों शूटर बिना नंबर की बाइक पर बैठ पीलीभीत की तरफ फरार हो गए थे। हत्याकांड के पर्दाफाश को लेकर सभी टीमें हर उस बिंदु पर काम कर रही हैं जो बाबा तरसेम और उनके हत्यारों से जुड़े हो सकते हैं।
संवाद सूत्र, बाजपुर। नानकमत्ता के चर्चित कार सेवा वाले बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड के खुलासे के लिए गठित टीम ने बाजपुर में दस्तक दे दी है। टीम बुधवार को बाजपुर संदिग्ध मोबाइल नंबर्स की तलाश में पहुंचीं थी। टीम ने अलग-अलग स्थानों पर जाकर फोन नंबर्स प्रयोग करने वाले लोगों से जानकारी ली है। पुलिस-प्रशासन हत्यारों की तलाश में जुटी है।
प्रदेश के डीआइजी द्वारा गठित टीमों की एक पार्टी द्वारा घटना से पूर्व बाबा के संपर्क वाले सभी नंबर्स को चेक किया जा रहा है। उनकी लोकेशन भी देखी जा रही ही है।
हत्याकांड के पर्दाफाश को लेकर सभी टीमें हर उस बिंदु पर काम कर रही हैं, जो बाबा तरसेम और उनके हत्यारों से जुड़े हो सकते हैं। वहीं टीम में आये पुलिस अधिकारियों ने मामले को लेकर कोई भी जानकारी देने से इनकार किया है।
शूटरों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित
नानकमत्ता के डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या में शामिल दोनों शूटरों पर पुलिस ने इनाम बढ़ा दिया है। वहीं हत्या कर फरार हुए दोनों शूटरों के स्थानीय कनेक्शन की धरपकड़ के दौरान पकड़े गए संदिग्धों से पुलिस को बड़ी लीड मिली है।
28 मार्च को बाइक सवार शूटरों ने की थी हत्या
28 मार्च की सुबह नानकमत्ता में डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की बाइक सवार दो शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोनों शूटर बिना नंबर की बाइक पर बैठ पीलीभीत की तरफ फरार हो गए थे।
पुलिस ने बाबा तरसेम सिंह की हत्या के मामले में सर्वजीत सिंह पुत्र स्वरूप सिंह निवासी तरनतारन पंजाब, अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टा पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी सिहौरा बिलासपुर रामपुर उत्तर प्रदेश के साथ ही नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी प्रधान सेवानिवृत आइएएस हरबंस सिंह चुघ, रामपुर के नवाबगंज गुरुद्वारा के मुख्य जत्थेदार बाबा अनूप सिंह, तराई महासभा के उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह संधू के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था।
फरार शूटर सर्वजीत सिंह की तलाश में पुलिस की एक दर्जन से अधिक टीमों के साथ ही एसटीएफ ने भी पूरी ताकत झोंक दी है। 19 मार्च से गुरुद्वारे की सराय में रह रहे दोनों शूटर बिना किसी वाहन के वहां आए थे। उसके बाद न केवल उनको वाहन उपलब्ध करवाया गया बल्कि हथियार भी उपलब्ध करवाया गया। जिसके चलते दोनों के स्थानीय कनेक्शन पर पुलिस ने फोकस कर काम किया तो लोकल कनेक्शन सामने आने लगा।
पुलिस ने चार से पांच संदिग्धों को पकड़ कर उनसे पूछताछ शुरू की तो चौकाने वाले तथ्य पुलिस के सामने आए। उनसे मिली जानकारी को पुलिस पुष्ट कर शूटरों के मददगारों की गिरेबान में हाथ डालने की तैयारी कर रही है। वहीं फरार दोनों शूटरों पर पुलिस ने शिकंजा कसते हुए उन पर इनाम की धनराशि बढ़ा कर 25 हजार से 50 हजार रुपये कर दी है।
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पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती
पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती बाबा तरसेम की हत्या को लेकर इंटरनेट मीडिया पर चल रही भड़काऊ बयानबाजी को रोकने के साथ ही राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन का सच सामने लाना है।
इंटरनेट मीडिया पर बाबा तरसेम की हत्या को सही व गलत साबित करने को लेकर चल रही होड़ पर नियंत्रण के साथ क्षेत्र का माहौल सही रखना भी पुलिस की प्राथमिकता में शामिल है। जिसके चलते पुलिस अपना एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रख रही है।
बाबा तरसेम की हत्या का मामला संपत्ति के विवाद से जुड़ा है या फिर धार्मिक भावनाओं का इसका सच शूटरों के पकड़े जाने के बाद उनके आकाओं के नाम सामने आने के बाद ही सामने आ पाएगा।
फरार शूटरों की तलाश में पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। संदिग्धों से पूछताछ के बाद कुछ अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। पुलिस उनसे मिली लीड पर काम कर रही है। फरार शूटरों पर इनाम राशि 25 हजार से बढ़ा कर 50 हजार कर दी गई है।
- डा. मंजूनाथ टीसी, एसएसपी ऊधम सिंह नगर
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