Bangladesh Crisis: बांग्लादेश की सरकार गिराने के पीछे किसका हाथ? शेख हसीना के आरोपों पर अमेरिका का जवाब
Bangladesh Crisis पिछले सप्ताह छात्रों के देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के बाद बांग्लादेश की सत्ता से बेदखल की गईं शेख हसीना ने आरोप लगाया था कि इसके पीछे अमेरिका का हाथ है। अब अमेरिका ने हसीना के आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका ने कहा है कि ये आरोप हास्यास्पद और झूठे हैं। पढ़िए अमेरिका ने और क्या-क्या कहा?
पीटीआई, वाशिंगटन। अमेरिका का कहना है है कि बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार हटाने के पीछे उसका कोई हाथ नहीं है। साथ ही अमेरिका ने उन आरोपों को 'हास्यास्पद' और 'झूठा' करार दिया है, जिसमें कहा गया है कि उसने ही बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटाने की साजिश रची थी।
गौरतलब है कि नौकरियों में विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को लेकर अपनी सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन के बाद हसीना ने पांच अगस्त को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़ दिया था। हसीना के निष्कासन के बाद बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया है।
शेख हसीना ने लगाया था आरोप
शेख हसीना ने आरोप लगाया था कि बड़े पैमाने पर आयोजित किए गए विरोध प्रदर्शन के पीछे अमेरिका का हाथ था, जिसके कारण कई सप्ताह तक चली हिंसा के बाद उन्हें सत्ता से बाहर होना पड़ा। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रमुख उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने मंगलवार को कहा, 'यह बहुत ही हास्यास्पद है। शेख हसीना के इस्तीफे में अमेरिका का हाथ होने का कोई भी आरोप पूरी तरह से गलत है।'
स्थिति पर रख रहे हैं नजर: अमेरिका
जब उनसे शेख हसीना के आरोपों पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'हमने हाल के सप्ताहों में बहुत सारी गलत सूचनाएं देखी हैं और हम डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र में सूचना की गोपनीयता को मजबूत करने के लिए अविश्वसनीय रूप से प्रतिबद्ध हैं, विशेष रूप से दक्षिण एशिया में हमारे भागीदारों के साथ।' अमेरिका ने सोमवार को कहा कि वह बांग्लादेश की स्थिति पर नजर रखना जारी रखेगा तथा इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रपति जो बाइडन मानवाधिकार के मुद्दों पर स्पष्ट रूप से अपनी राय रखना जारी रखेंगे।