चीन ने दक्षिण चीन सागर में बनाए द्वीपों पर लगाए रडार और मिसाइल सिस्टम, सैटेलाइट तस्वीरों से हुआ खुलासा
दक्षिण चीन सागर में चीन लगातार अपने पांव पसारने में लगा है। इस इलाके में मौजूद द्वीपों पर चीन ने जबरदस्त तैयारी की है। इन द्वीपों पर चीन रनवे बना चुका है। इसके अलावा मिसाइल डिफेंस सिस्टम की तैनाती भी कर चुका है।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Mon, 07 Nov 2022 05:45 PM (IST)
हांगकांग (एजेंसी)। चीन लगातार विश्व के कई देशों की आंखों में खटक रहा है। चीन का दक्षिण चीन सागर के मानव निर्मित टापू पर मिलिट्री बेस बनाना अब कई देशों को खटकने लगा है। बता दें कि चीन दक्षिण चीन सागर में इस तरह से कई टापू बना चुका है। इस पूरे इलाके को लेकर चीन का आक्रामक रुख किसी से छिपा भी नहीं रहा है।
कई देश करते हैं दावा
वहीं, दूसरी तरफ इस इलाके पर कई देश अपना दावा तो ठोकते हैं, लेकिन चीन की ताकत के आगे वो कुछ नहीं कर पाते हैं। बीते 7-8 वर्षों में चीन ने दक्षिण चीन सागर में पानी की तरह पैसा बहाया है। यहां पर मिलिट्री बेस का बनना इसलिए बेहद खास है, क्योंकि राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से ये वादा किया था कि वो यहां पर मिलिट्री बेस नहीं बनाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
द्वीपों पर बनी आउटपोस्ट
चीन के विशेषज्ञों के मुताबिक, Paracel Islands पर करीब 20 आउटपोस्ट बनाई गई हैं। इसके अलावा 7 पोस्ट Spratly Islands पर बनी हैं। ये आइसलैंड हांगकांग से करीब 1300 किमी की दूरी पर है। बीते कुछ वर्षों में चीन का दायरा इस इलाके में लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पीएलए ने यहां Cuarteron, Fiery Cross, Gaven, Hughes, Johnson, Mischief and Subi Reef पर हाईटैक सैंसर लगाए हैं, जो हर पल दुश्मन की खबर चीन को देते हैं।
सैटेलाइट इमेज से चला पता
ताजा सैटेलाइट इमेज में इन द्वीपों पर रनवे, हैंगर, बैरक, रडार, नेवल गन, और एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम लगे होने का भी पता चला है। जान हापकिंस एप्लाइड फिजिक्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि रीफ आइसलैंड पर करीब दो दर्जन रडार लगे हैं। ये राडार जमीन और आसमान तक पर नजर रखते हैं। इतना ही नहीं, इस द्वीप लगे रडार काफी दूरी तक टार्गेट को डिटेक्ट कर सकते हैं। इलेक्ट्रानिक वारफेयर सिस्टम समेत इन सभी द्वीपों पर चीन ने पूरी तरह से फौज को मजबूती देने की कवायद कर रहा है।
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