Israel-Hamas War: गाजा में रमजान के महीने में युद्ध विराम की कोशिश, काहिरा में इसी सप्ताह फिर से वार्ता के संकेत
इजरायली प्रधानमंत्री के कार्यालय के अनुसार इजरायल युद्धविराम के लिए मध्यस्थों का पूरा सहयोग कर रहा है। समझौते के लिए असहमतियों को बिंदुवार सुलझाया जा रहा है। हमास के सूत्रों के अनुसार युद्धविराम पर वार्ता के लिए संगठन इस सप्ताह के अंत में अपना प्रतिनिधिमंडल काहिरा भेजेगा। इजरायल अपने 130 बंधक नागरिकों की रिहाई के लिए अस्थायी युद्धविराम पर तैयार है।
काहिरा, रायटर। गाजा में रमजान के महीने में युद्धविराम के लिए मध्यस्थ एक बार फिर संभावना तलाश रहे हैं और हमास से बात कर रहे हैं। यह जानकारी इजरायल ने दी है। इस सिलसिले में इजरायली खुफिया संगठन मोसाद के प्रमुख डेविड बर्निया ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के निदेशक विलियम बर्न्स से मुलाकात की है।
इजरायली प्रधानमंत्री के कार्यालय के अनुसार इजरायल युद्धविराम के लिए मध्यस्थों का पूरा सहयोग कर रहा है। समझौते के लिए असहमतियों को बिंदुवार सुलझाया जा रहा है। हमास के सूत्रों के अनुसार युद्धविराम पर वार्ता के लिए संगठन इस सप्ताह के अंत में अपना प्रतिनिधिमंडल काहिरा भेजेगा।
इजरायल अपने 130 बंधक नागरिकों की रिहाई के लिए अस्थायी युद्धविराम पर तैयार है। इन बंधकों की रिहाई के लिए इजरायल में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। विदित हो कि नवंबर 2023 में हुए एक सप्ताह के युद्धविराम में हमास ने 105 इजरायली बंधक रिहा किए थे। इसके बदले में तीन गुना फलस्तीनी कैदी इजरायली जेलों से रिहा किए गए थे।
हिजबुल्ला ने इजरायल पर दागे 35 राकेट
लेबनान के सशस्त्र संगठन हिजबुल्ला ने रविवार को इजरायल के उत्तरी भाग में 35 राकेट दागे। इन हमलों से कुछ भवनों को नुकसान हुआ है लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इसे लेबनान पर इजरायल के शनिवार के हवाई हमले का जवाब माना जा रहा है। शनिवार को इजरायल के हमले में दक्षिणी लेबनान में एक परिवार के पांच सदस्य मारे गए थे और नौ घायल हुए थे।
गाजा व वेस्ट बैंक में रमजान की तैयारी
गाजा और वेस्ट बैंक में दुख और अभावों के बीच रमजान के महीने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। गाजा में युद्धविराम की अनिश्चितता के बीच तैयारियां हो रही हैं तो वेस्ट बैंक में इजरायली सुरक्षा बलों के साए में धार्मिक गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। यरुशलम के पुराने शहर की गलियों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त हैं। वहां पर प्रतिदिन दसियों हजार लोग अल अक्सा मस्जिद में नमाज के लिए जाने की कोशिश करेंगे लेकिन प्रतिबंधों का पालन करते हुए इजरायली बल उनमें से ज्यादातर को रोकने की कोशिश करेंगे।
यह भी पढ़ें- Russia-Ukraine War: पुतिन से मोदी के बेहतर संबंधों के कारण यूक्रेन पर संभावित परमाणु हमला टला, रिपोर्ट में दावा