Israel Hamas War: तबाही मचाने का टास्क, बदले में 'वजीफा', इजरायल ने हमास आतंकियों के कबूलनामे का वीडियो किया जारी
इजरायली सुरक्षा बलों ने नरसंहार में शामिल सभी आतंकवादियों को खत्म करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। गौरतलब है कि सात अक्टूबर को करीब 2500 हमास आतंकवादियों ने जमीन आसमान और समुद्र के रास्ते इजरायल में प्रवेश करके दक्षिणी इजरायल में कत्ल-ए-आम मचाया था।
By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Fri, 27 Oct 2023 06:00 AM (IST)
एएनआई, तेल अवीव। सात अक्टूबर को इजरायल में घुसकर तांडव मचाने वाले हमास को लेकर इजरायल सिक्योरिटीज अथॉरिटी (ISA) ने सोमवार को एक वीडियो क्लिप जारी किया। इसमें कथित तौर पर हमास आतंकवादियों को 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल में घातक आतंकवादी हमलों में अपनी सक्रिय भागीदारी कबूल करते हुए दिखाया गया है।
वीडियो में हमास के आतंकवादी कथित तौर पर यह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि उन्हें नागरिक बंधकों को इजरायल से गाजा ले जाने के लिए वजीफा देने का वादा किया गया था। हमास के एक आतंकवादी को वीडियो में कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है-
जो कोई बंधक का अपहरण करेगा और उन्हें गाजा लाएगा, उसे 10,000 अमेरिकी डॉलर का वजीफा और एक अपार्टमेंट मिलेगा।
वीडियो में उन्हें यह कहते हुए भी सुना जा रहा है कि उनके आकाओं ने उन्हें विशेष रूप से बुजुर्ग महिलाओं और बच्चों का अपहरण करने का निर्देश दिया था। आतंकवादियों में से एक ने कहा कि उन्हें 'घरों को साफ' करने और जितना संभव हो उतने कैदियों का अपहरण करने के लिए भी कहा गया था।
आतंकवादी को वीडियो में आगे कहते हुए सुना जा सकता है कि-एक महिला का कुत्ता बाहर आया मैंने उसे गोली मार दी। उसने आगे कहा, महिला का शरीर फर्श पर पड़ा था, मैंने उसे भी गोली मार दी।
कमांडर ने मुझ पर चिल्लाते हुए कहा कि 'मैं एक लाश पर गोलियां बर्बाद कर रहा हूं।'हमास के एक अन्य आतंकवादी ने कहा कि अपने आका की आज्ञा का पालन करने के बाद, उन्होंने दो घरों को जला दिया। आईएसए ने अपने बयान में कहा कि 7 अक्टूबर की हत्याओं की चल रही जांच के दौरान, कई बातें (अपराधों की प्रकृति और तरीके) बार-बार सामने आई हैं।
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इस बीच इजरायली सुरक्षा बलों ने नरसंहार में शामिल सभी आतंकवादियों को खत्म करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। गौरतलब है कि सात अक्टूबर को करीब 2500 हमास आतंकवादियों ने जमीन, आसमान और समुद्र के रास्ते इजरायल में प्रवेश करके दक्षिणी इजरायल में कत्ल-ए-आम मचाया था। रिपोर्टों के मुताबिक इसमें 1400 लोग मारे गए जिनमें ज्यादातर नागरिक थे।