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Fao Sub Committee: भारत फाओ मत्स्य पालन उप समिति का पहला उपाध्यक्ष बना, जानिए देश को क्या होगा फायदा?

भारत को मत्स्य पालन प्रबंधन पर खाद्य और कृषि संगठन समिति (फाओ) की मत्स्य पालन उप-समिति के पहले उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया है। इटली में भारतीय दूतावास ने यह जानकारी दी है। ग्लोबल साउथ के प्रतिनिधि के रूप में इस महत्वपूर्ण उपसमिति में भारत की भूमिका मत्स्य पालन शासन और प्रबंधन संबंधी वैश्विक मामलों में संतुलन प्रदान करेगी।

By Jagran News Edited By: Abhinav AtreyUpdated: Fri, 19 Jan 2024 10:28 PM (IST)
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भारत फाओ मत्स्य पालन उप समिति का पहला उपाध्यक्ष बना (प्रतीकात्मक तस्वीर)

एएनआई, रोम। भारत को मत्स्य पालन प्रबंधन पर खाद्य और कृषि संगठन समिति (फाओ) की मत्स्य पालन उप-समिति के पहले उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया है। इटली में भारतीय दूतावास ने यह जानकारी दी है। ग्लोबल साउथ के प्रतिनिधि के रूप में इस महत्वपूर्ण उपसमिति में भारत की भूमिका मत्स्य पालन शासन और प्रबंधन संबंधी वैश्विक मामलों में संतुलन प्रदान करेगी।

यह खासकर कारीगर और छोटे पैमाने पर मत्स्य पालन के मामले में महत्वपूर्ण साबित होगा। दूतावास की ओर से यह भी कहा गया है कि भारत 57 वर्षों में पहली बार कैप्चर फिशरीज पर फाओ फिशरीज ब्यूरो के सदस्य के रूप में काम करेगा।

वैश्विक स्तर पर मत्स्य प्रबंधन के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मंच

मत्स्य पालन प्रबंधन पर उपसमिति राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर मत्स्य प्रबंधन के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच है। यह एफएओ के मिशन के अनुरूप तकनीकी और नीतिगत मामलों से निपटता है और प्रासंगिक क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, देशों, हितधारक समूहों और एनजीओ के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करता है।

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